राजनांदगांव : राजनांदगांव नगरीय निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला हो गया है.राजनांदगांव नगर निगम में भाजपा के महापौर प्रत्याशी मधुसूदन यादव ने जीत दर्ज किया है,मधुसूदन यादव ने राजनांदगांव नगर निगम महापौर के पद पर जीत हासिल की.वहीं जीत के बाद मधूसूदन ने बीजेपी के नेताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया है.मधुसूदन यादव को चुनाव में कुल 68,551 वोट मिले हैं,वहीं निखिल द्विवेदी को कुल 24,096 वोट मिले हैं.मधुसूदन यादव ने 44,455 मतों से कांग्रेस के निखिल द्विवेदी को हराया.
राजनांदगांव नगर निगम में भाजपा और कांग्रेस के बीच महापौर पद को लेकर टक्कर रही. जहां बीजेपी ने पूर्व सांसद मधुसूदन यादव को अपना प्रत्याशी बनाया तो वहीं कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीब भी निखिल द्विवेदी को प्रत्याशी घोषित किया था. नगर निगम महापौर पद पर बीजेपी प्रत्याशी मधुसूदन यादव ने जीत दर्ज की है.
यह जनता की जीत है. हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कड़ी मेहनत की थी. जिसका परिणाम है कि भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली है.पार्षदों की भी जीत हुई है.राजनांदगांव की जनता का भारतीय जनता पार्टी और यहां के प्रत्याशियों पर विश्वास का प्रतिफल ये जीत है.इलेक्शन के दौरान जो बातें रखी गई है उनको पूरा किया जाएगा- मधुसूदन यादव, निर्वाचित मेयर बीजेपी
राजनांदगांव से अलग होकर बने नवगठित जिला खैरागढ़ छुईखदान गंड़ई के नगर पंचायत छुईखदान से नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर कांग्रेस प्रत्याशी नम्रता गिरीराज की जीत हुई है.
राजनांदगांव जिले के नगर पंचायत लालबहादुर नगर से नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर बीजेपी प्रत्याशी देवेंद्र साहू की जीत हुई है.
राजनांदगांव जिले के नगर पालिका परिषद डोंगरगढ़ से नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद पर बीजेपी प्रत्याशी रमन डोंगरे की जीत हुई है.
राजनांदगांव नगर निगम के महापौर और पार्षदों के मतगणना शहर के कृषि उपज मंडी परिसर में की जा रही है. प्रशासन ने हर वार्ड के लिए अलग-अलग टेबल लगाए हैं. जिसमें प्रत्याशियों ने अपने अभिकर्ताओं को बैठाया है.
किनके बीच है मुकाबला : राजनांदगांव नगर निगम प्रदेश के महत्वपूर्ण नगर निगमों में से एक है, जहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला था. बीजेपी ने पूर्व सांसद और पूर्व महापौर मधुसूदन यादव को अपना प्रत्याशी बनाया.जबकि कांग्रेस ने पूर्व छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के सदस्य एवं युवा नेता निखिल द्विवेदी को चुनाव लड़वाया था.