नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ''अमृतकाल के ये 25 साल भारत के युवाओं के लिए बहुत अहम हैं. ये 25 वर्ष नालंदा विश्वविद्यालय के हर छात्र के लिए भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं. यहां से निकलकर आप जिस भी क्षेत्र में जाएं, आप पर अपनी यूनिवर्सिटी के मानवीय मूल्यों की मुहर दिखनी चाहिए. नालंदा की ये धरती विश्व बंधुत्व की भावना को नया आयाम दे सकती है, इसलिए नालंदा के विद्यार्थियों का दायित्व और ज्यादा बड़ा है. आप भारत और पूरे विश्व का भविष्य हैं.''
'आग की लपटें किताबें जला सकती हैं, ज्ञान नहीं', नालंदा विश्वविद्यालय कैंपस उद्घाटन के बाद बोले PM मोदी - NALANDA UNIVERSITY
Published : Jun 19, 2024, 10:56 AM IST
|Updated : Jun 19, 2024, 1:09 PM IST
नालंदा:करीब 800 साल बाद फिर से नालंदा विश्वविद्यालय का पुराना गौरव लौटने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजगीर स्थित नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का उद्घाटन कर दिया है. उनके साथ इस कार्यक्रम में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विदेश मंत्री एस जयशंकर, नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविंद पनगढ़िया और 17 भागीदार देशों के राजदूत भी मौजूद हैं. नालंदा विश्वविद्यालय के कैंपस में 24 बड़ी इमारतें बनाई गई हैं. 40 हेक्टेयर में जलाशय, अखाड़ा, ध्यान कक्ष, योग शिविर, स्पोर्ट्स स्टेडियम, एथलेटिक्स ट्रैक, ऑडिटोरियम, आउटडोर स्पोर्ट्स स्टेडियम, व्यायामशाला, अस्पताल , पारंपरिक जल नेटवर्क, सोलर फार्म, महिलाओं के लिए तथागत निवास हाल, शॉपिंग कांप्लेक्स और फूड कोर्ट का भी निर्माण किया गया है. नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का शिलान्यास 19 सितंबर 2014 को तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने किया था.
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'आप भारत और पूरे विश्व का भविष्य'
'मेरा मिशन है, भारत शिक्षा और ज्ञान का केंद्र बने'
''मेरा मिशन है कि भारत दुनिया के लिए शिक्षा और ज्ञान का केंद्र बने. भारत की पहचान फिर से दुनिया के सबसे प्रमुख ज्ञान के केंद्र के रूप में हो. आज पूरी दुनिया की दृष्टि भारत पर है, भारत के युवाओं पर है, दुनिया बुद्ध के इस देश के साथ, Mother of Democracy के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहती है. नालंदा की ये धरती विश्व बंधुत्व की भावना को नया आयाम दे सकती है, इसलिए नालंदा के विद्यार्थियों का दायित्व और ज्यादा बड़ा है. आप भारत और पूरे विश्व का भविष्य हैं.'' - नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
'हम प्रगति और पर्यावरण को साथ लेकर चले'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ''भारत ने सदियों तक सस्टेनेबिलिटी को एक मॉडल के रूप में जीकर दिखाया है. हम प्रगति और पर्यावरण को एक साथ लेकर चले हैं. अपने उन्हीं अनुभवों के आधार पर भारत ने विश्व को मिशन लाईफ जैसा मानवीय विजन दिया है.''
'योग दिवस एक वैश्विक उत्सव'
प्रधानमंत्री ने कहा, '21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है. आज भारत में योग की सैकड़ों विधाएँ मौजूद हैं. हमारे ऋषियों ने कितना गहन शोध इसके लिए किया होगा! लेकिन, किसी ने योग पर एकाधिकार नहीं बनाया. आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है, योग दिवस एक वैश्विक उत्सव बन गया है.'
'इस कैंपस में वसुधैव कुटुंबकम की भावना..'
पीएम मोदी ने कहा, 'प्राचीन नालंदा में बच्चों का एडमिशन, उनकी पहचान, उनकी राष्ट्रीयता को देखकर नहीं होता था। हर देश, हर वर्ग के युवा यहां आते थे. नालंदा विश्वविद्यालय के इस नए कैंपस में हमें उसी प्राचीन व्यवस्था को फिर से मजबूती देनी है. दुनिया के कई देशों से यहां छात्र आने लगे हैं. यहां नालंदा में 20 से ज्यादा देशों के छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. ये वसुधैव कुटुंबकम की भावना का कितना सुंदर प्रतीक है.'
'नालंदा कभी भारत की परंपरा और पहचान का केंद्र'
पीएम मोदी ने कहा, "हम सभी जानते हैं कि नालंदा कभी भारत की परंपरा और पहचान का जीवंत केंद्र हुआ करता था. शिक्षा को लेकर यही भारत की सोच रही है. शिक्षा ही हमें गढ़ती है, विचार देती है और उसे आकार देती है. प्राचीन नालंदा में बच्चों का प्रवेश उनकी पहचान, उनकी राष्ट्रीयता को देख कर नहीं होता था. हर देश हर वर्ग के युवा हैं यहां पर. नालंदा विश्वविद्यालय के इस नए परिसर में हमें उसी प्राचीन व्यवस्था को फिर से आधुनिक रूप में मजबूती देनी है और मुझे ये देख कर खुशी है कि दुनिया के कई देशों से आज यहां कई विद्यार्थी आने लगे हैं."
बिहार के लोगों को भी बधाई देता हूं- मोदी
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं बिहार के लोगों को भी बधाई देता हूं. बिहार अपने गौरव को वापस लाने के लिए जिस तरह विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है, नालंदा का ये परिसर उसी की एक प्रेरणा है."
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मुझे तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण करने के बाद पहले 10 दिनों में ही नालंदा आने का अवसर मिला है. यह मेरा सौभाग्य तो है ही, मैं इसे भारत की विकास यात्रा के एक शुभ संकेत के रूप में देखता हूं. नालंदा केवल एक नाम नहीं है. नालंदा एक पहचान है, एक सम्मान है. नालंदा एक मूल्य है, मंत्र है, गौरव है, गाथा है. नालंदा इस सत्य का उद्घोष है कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं."
'यूपीए सरकार ने हमारी नहीं सुनी थी' : नीतीश
शुरू कीजिए, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी. तब हमने (बिहार सरकार) 455 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया. इसके बाद केन्द्र में मोदी सरकार सत्ता में आई, तब जाकर हमें मदद मिली. साल 2016 में तत्कालीन राष्टपति प्रणब मुखर्जी ने इसका शिलान्यास किया था.
सीएम ने अब्दुल कलाम को किया याद
अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने कहा कि, 12वीं सदी में नालंदा विश्वविद्यालय को नष्ट कर दिया गया था. लेकिन 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम जब बिहार आए थे तो बिहार विधानसभा में उन्होंने इसे दोबारा शुरू करने की बात कही थी.
नीतीश ने जताया मोदी का आभार
सीएम नीतीश ने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी पहली बार नालंदा के राजगीर आए हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री और सभी अतिथियों का स्वागत करता हूं. प्रधानमंत्री ने आज यूनिवर्सिटी के खंडहर को भी देखा. सीएम ने कहा कि, प्रधानमंत्री जी आपने देखा कि यूनिवर्सिटी का कैंपस कितना बड़ा है. कैंपस से दूर दूर तक कई गांव भी जुड़े थे.
राज्यपाल ने कहा- दुनिया में पहचान बनेगी
इस मौके पर बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा, "नालंदा अपनी सांस्कृतिक और शैक्षिक धरोहर है, विरासत है. अनेक वर्षों से इसपर ध्यान देने की आवश्यकता थी. इसको फिर एक बार उभार कर लाने की आवश्यकता थी. इसके प्रयास हमारे द्वारा किया जा रहा है. आज प्रधानमंत्री इसके नए भवन के लोकार्पण के लिए यहां आ रहे हैं. उनका शुरू से ही आग्रह है कि नालंदा पूरे विश्व में हमारी पहचान बननी चाहिए."
कुलपति ने जताया पीएम का आभार
नालंदा विश्वविद्यालय के अंतरिम कुलपति प्रोफेसर अभय कुमार सिंह ने नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह हमारे शिक्षा क्षेत्र के लिए बहुत खास दिन है. आज राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन किया जा रहा है. नालंदा का हमारे गौरवशाली अतीत से गहरा नाता है। यह विश्वविद्यालय निश्चित रूप से युवाओं की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने में बहुत मददगार साबित होगा.
कई देशों के राजदूत भी मौजूद
नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा तथा अन्य प्रतिनिधि. इस कार्यक्रम में 17 देशों के राजदूत भी शामिल हुए.
नालंदा विश्वविद्यालय कैंपस में ये सुविधाएं
नालंदा विश्वविद्यालय के कैंपस में 24 बड़ी इमारतें बनाई गई हैं. 40 हेक्टेयर में जलाशय, अखाड़ा, ध्यान कक्ष, योग शिविर, स्पोर्ट्स स्टेडियम, एथलेटिक्स ट्रैक, ऑडिटोरियम, आउटडोर स्पोर्ट्स स्टेडियम, व्यायामशाला, अस्पताल , पारंपरिक जल नेटवर्क, सोलर फार्म, महिलाओं के लिए तथागत निवास हाल, शॉपिंग कांप्लेक्स और फूड कोर्ट का भी निर्माण किया गया है. नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का शिलान्यास 19 सितंबर 2014 को तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने किया था.
'गौरवशाली अतीत से गहरा नाता'
प्रधानमंत्री ने एक्स हैंडल पर लिखा, 'यह हमारे शिक्षा क्षेत्र के लिए बहुत खास दिन है. आज राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन किया जाएगा. नालंदा का हमारे गौरवशाली अतीत से गहरा नाता है. यह विश्वविद्यालय निश्चित रूप से युवाओं की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने में बहुत मददगार साबित होगा.
पीएम ने किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय का उद्घाटन कर दिया है. उनके साथ राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी मौजूद हैं.