नई दिल्ली : भारतीय अमेरिकी मूल के पत्रकार फरीद जकारिया ने कहा कि मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ऐसे राजनेता के रूप में उभरकर सामने आए हैं, जो रूस और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने की दिशा में अहम भूमिका निभा सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका दिन प्रति दिन वैश्विक समुदाय में अहम होती जा रही है. इंडिया टूडे टीवी से बातचीत के दौरान पत्रकार फरीद जकारिया ने कहा, 'फिलहाल तो रूस-यूक्रेन युद्ध रूका हुआ है. वहीं रूस-यूक्रेन युद्ध को रूकवाने की दिशा में कुछ ही ऐसे पक्ष हैं, जिनकी विश्वनीयता पर आंख मूंदकर विश्वास किया जा सकता है. लेकिन, मुझे लगता है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने की दिशा में अपनी तरफ से वार्ता की पहल करें, तो यह दोनों ही पक्षों के लिए बेहतर रहेगा.'
उन्होंने आगे कहा, 'निसंदेह यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास खुद को समस्त विश्व में एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करने का शायद ही इससे अच्छा मौका कोई होगा. मुझे लगता है कि उन्हें निश्चित तौर पर इस दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए. वो इस काम को करने में सक्षम हैं. मौजूदा समय में उनके पास एक मंच है, जहां वो अपनी कूटनीति का इस्तेमाल करके ना महज वैश्विक मंच पर खुद की अपनी एक विश्वनीयता स्थापित कर सकते हैं, बल्कि खुद को एक उम्दा और वैश्विक नेता के रूप में भी प्रस्तुत कर सकते हैं.' हालांकि, यह कोई पहली दफा नहीं है कि जब फरीद जकारिया ने पीएम मोदी की वकालत की हो, बल्कि वो इससे पहले भी कई मौकों पर यह कह चुके हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास खुद को एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करने की योग्यता है.
अभी कुछ दिनों पहले ही फरीद जकारिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शान में यह कहते कसीदे पढ़े थे कि जवाहर लाल नेहरू के बाद अगर कोई ऐसा प्रधानमंत्री है, जिसने अपने पीछे विराट विरासत छोड़ी है, तो वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं. फरीद जकारिया ने इस बात पर बल दिया कि पीएम मोदी ने अपने पीछे एक शांतिप्रिय विरासत छोड़ी है.