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स्थापना दिवस 9 नवंबर पर पीएम मोदी के 9 आग्रह, बोले- जड़ों से जुड़े रहें, रिटायरमेंट के बाद गांवों में बसें - UTTARAKHAND FOUNDATION DAY

पीएम मोदी ने उत्तराखंड वासियों को वर्चुअल लाइव संबोधित किया, कहा ये दशक उत्तराखंड का होगा

PM MODI CONGRATULATES UTTARAKHAND
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Photo courtesy- PM Modi Social Media)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 9, 2024, 11:04 AM IST

Updated : Nov 9, 2024, 4:29 PM IST

नई दिल्ली/देहरादून:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड वासियों को राज्य स्थापना दिवस पर बधाई दी है. अपने वर्चुअल लाइव संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि-देवभूमि उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष पर प्रदेश के मेरे सभी परिवारजनों को बहुत-बहुत बधाई। ये दशक उत्तराखंड का दशक होगा। पीएम ने इस दौरान वीडियो संदेश जारी कर कहा कि मैंने बाबा केदारनाथ के चरणों में बैठकर कहा था कि ये दशक उत्तराखंड का दशक है। मेरा ये विश्वास अडिग है और सरकार इसे साकार कर रही है।

पीएम मोदी के 9 नवंबर पर 9 आग्रह: पीएम मोदी ने उत्तराखंड राज्य के स्थापना दिवस पर आज 9 नवंबर को 9 आग्रह भी किए. प्रधानमंत्री ने कहा कि 5 आग्रह उत्तराखंड के लोगों से करते हैं. चार आग्रह पर्यटकों से कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में विकास का महायज्ञ चल रहा है. पीएम मोदी ने उत्तराखंड वासियों से जो 5 आग्रह किए हैं, वो इस प्रकार हैं-

उत्तराखंड के वासियों से पीएम मोदी के 5 आग्रह-

  1. स्थानीय बोलियों का संरक्षण करें, अपनी पीढ़ियों को सिखाएं.
  2. पूरा देश ये जानता है कि उत्तराखंड वासी प्रकृति और पर्यावरण प्रेमी हैं. यहां हर महिला मां नंदा का स्वरूप है. एक पेड़ मां के नाम लगाएं
  3. नदी और नौलों का संरक्षण करें.
  4. अपनी जड़ों से जुड़े रहें. अपने गांव लगातार जाते रहें और सेवानिवृत्ति के बाद वहां बसें
  5. ⁠अपने गांव के पुराने घरों जिन्हें आप तिबारी वाले घर कहते हैं, इन्हें नहीं भूलें. होम स्टे बनाएं, जिससे आय बढ़ेगी.

पर्यटकों से पीएम मोदी के 4 आग्रह-

  1. जब भी आप पहाड़ों पर घूमें, तो स्वच्छता का ध्यान जरूर रखें.
  2. वोकल फॉर लोकल का ध्यान रखें. कम से कम पांच प्रतिशत खर्च स्थानीय प्रोडक्ट पर खर्च करें.
  3. पहाड़ पर ट्रैफिक नियमों का हमेशा ध्यान रखें.
  4. धार्मिक स्थलों के रीति रिवाजों का ध्यान रखें. इनकी मर्यादा का ध्यान रखें.

पीएम मोदी ने की राज्य सरकार की नीतियों की तारीफ:पीएम मोदी ने उत्तराखंड सरकार की नीतियों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड ऐसी नीतियां बना रहा है, जो देश के लिए उदाहरण बनी हैं. उन्होंने यूसीसी और नकल विरोधी कानून की तारीफ की. पीएम मोदी ने कहा कि नकल विरोधी कानून से नकल माफिया पर कठोर कार्रवाई जा रही है. इसी का परिणाम है कि अब उत्तराखंड में भर्तियां समय पर हो रही हैं.

पीएम मोदी ने जीडीपी और जीएसटी समेत आंकड़ों पर जताई खुशी: पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड के आंकड़े बता रहे हैं कि राज्य में उन्नति हो रही है. उन्होंने कहा कि इस साल GST कलेक्शन में उछाल आया है. राज्य की प्रति व्यक्ति आय बढ़ गई है. स्टेट की जीडीपी भी डेढ़ से तीन लाख करोड़ रुपये हो गई है. उत्तराखंड में युवाओं और बेटियों का जीवन आसान हो रहा है.

पीएम मोदी ने इस मौके पर पेयजल का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कि जहां 2024 से पहले पांच प्रतिशत घरों में ही नल से पानी आता था, वहीं अब 16 प्रतिशत घरों में नल से पानी आ रहा है. पीएमजीएसवाई की सड़कें 6 हजार किलोमीटर से बढ़ाकर 20 हजार किलोमीटर हो चुकी हैं.

उत्तराखंड में चल रहा विकास का महायज्ञ:पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि इस समय एक तरह से उत्तराखंड में विकास का महायज्ञ चल रहा है. इससे पलायन पर रोक लग रही है. सरकार विकास के साथ विरासत को भी संजोने में जुटी हुई है. केदारनाथ धाम का भव्य और दिव्य पुर्ननिर्माण किया जा रहा है. बदरीनाथ मास्टर प्लान के कार्य तेजी के साथ चल रहे हैं. इसी तरह मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत पहले चरण में 16 पौराणिक मंदिरों को विकसित किया जा रहा है. ऑल वेदर रोड से चारधाम यात्रा को सुगम किया जा रहा है. पर्वत माला के तहत धार्मिक और पयर्टन स्थलों को रोपवे से जोड़ा जा रहा है.

सीमाओं पर स्थित गांव हमारे लिए देश के पहले गांव:प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार सीमांत के गांवों को पहला गांव मानते हुए, कार्य कर रही है. इसी क्रम में माणा गांव की. यात्रा के दौरान उन्होंने वाइब्रेंट विलेज योजना की शुरुआत की. इसके तहत उत्तराखंड में करीब 50 गावों का विकास किया जा रहा है.

पर्यटन और श्रद्धालु की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि:प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ सप्ताह पहले की रिपोर्ट में बताया गया है कि उत्तराखंड में इस साल छह करोड़ पर्यटक और श्रद्धालु आए हैं. 2014 से पहले चारधाम यात्रियों की संख्या 24 लाख तक ही पहुंच पा रही थी, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 54 लाख को छू गया है. इससे होटल से लेकर होम स्टे वालों को, टैक्सी से लेकर टैक्सटाइल वालों को लाभ मिला है. बीते वर्षों में पांच हजार से अधिक होम स्टे का रजिस्ट्रेशन हुआ है.

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Last Updated : Nov 9, 2024, 4:29 PM IST

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