चंपावत: अपने मालिक की जान बचाने के लिए एक बार फिर कुत्ते ने अपनी वफादारी और बहादुरी की मिसाल पेश की है. मालिक और उसके परिवार को बचाने के लिए कुत्ता जंगल के खूंखार जानवर गुलदार से भिड़ गए. कुत्ते न सिर्फ अपने मालिका और उसके परिवार की जान बचाई, बल्कि गुलदार को छिपने पर भी मजबूर कर दिया. ये पूरा मामला चंपावत जिले के सूखीढांग के चौड़ाकोट गांव का है.
शौच के लिए कमरे से निकले बाहर: दरअसल, चौड़ाकोट गांव में रहने वाले लाल सिंह तड़के चार बजे के करीब शौच के लिए घर से बाहर आए थे. इस दौरान उनका पालतू कुत्ता भी उनके साथ बाहर आ गया था. बताया जा रहा है कि लाल सिंह जब दोबारा से अंदर घर में गए तो कुत्ते के साथ-साथ गुलदार भी उनके पीछे-पीछे आ गया. तभी गुलदार ने लाल सिंह पर हमला कर दिया, जिसके बाद अपने मालिका को बचाने के लिए कुत्ता भी गुलदार से भिड़ गया. कुत्ते ने गुलदार को भागने पर मजबूर कर दिया. कुत्ते से डरकर गुलदार मकान के ऊपरी मंजिल में छिप गया.
वनकर्मियों को चकमा देकर भागा गुलदार: इसी बीच मौका पाकर लाल सिंह अपनी पत्नी, बेटी व नातनी के साथ घर के बाहर आ गए. साथ ही उन्होंने घर को बाहर से लॉक कर दिया. जिस कारण गुलदार घर में ही कैद हो गया. लाल सिंह ने गुलदार के घर में होने की सूचना वन विभाग को दी. वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गुलदार को पकड़ने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, लेकिन गुलदार वनकर्मियों को चकमा देकर भाग गया. गुलदार के हमले से लाल सिंह भी घायल हो गए. यदि उनका कुत्ता न होता तो बड़ी घटना हो सकती थी.
पहले भी हमले कर चुका गुलदार: बता दें कि इस इलाके में लंबे समय गुलदार का आतंक देखने को मिल रहा है. अक्टूबर 2023 में भी गुलदार ने टीकाराम जोशी के मवेशी को निवाला बनाया. वहीं बीते साल नवंबर महीने में रमेश चंद्र के घर में गुलदार बछिया मार डाली. वहीं दिसंबर 2024 में भी गुलदार ने नारायण सिंह बोहार की दो बकरियों को मारा डाला था. अब गुरुवार रात को हुई इस घटना से फिर ग्रामीण डरे हुए हैं. उन्होंने वन विभाग के जल्द गुलदार को पकड़ने की मांग की है.
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