रांची: राज्य में हेमंत सरकार 3.0 विराजमान हैं लेकिन इस सरकार में अभी सिर्फ हेमंत सोरेन ही सरकार है क्योंकि उनके कैबिनेट में कोई मंत्री नहीं है. निवर्तमान श्रम एवं नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने सोमवार को विश्वास मत के बाद कैबिनेट विस्तार की बात कही है. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी मंगलवार तक कैबिनेट के आकार लेने की संभावना जताई है.
संभावित चेहरे और कयास
जानकार ये बताते हैं कि जेएमएम कोटे के ज्यादातर मंत्री दोबारा चुने जा सकते हैं. एकमात्र राष्ट्रीय जनता दल के विधायक सत्यानंद भोक्ता के मंत्री बने रहने की संभावना है. पिछले कैबिनेट में 12 सदस्यीय मंत्रिमंडल में जेएमएम के पास मुख्यमंत्री समेत 6 पद थे, कांग्रेस के पास 4 और आरजेडी के पास 1 मंत्री पद था. इस बार कांग्रेस की ओर से इरफान अंसारी को आलमगीर आलम की जगह मंत्री पद के लिए लगातार कोशिशें की जारी हैं. ये भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने चार विधायकों की सूची सौंप दी है.
अन्य दलों से रायशुमारी जरुरी- झामुमो
झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री के शपथ लेते ही सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है. इसके अलावा रही बात कैबिनेट विस्तार की तो उचित समय पर उस काम को भी पूरा कर लिया जाएगा. मुख्यमंत्री के रुप में हेमंत सोरेन को अकेले शपथ लेने और अब विश्वास मत के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की बात पर झामुमो के केंद्रीय समिति सदस्य और प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि कहीं कोई देरी नहीं हो रही है. झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नई सरकार बन चुकी है.
झामुमो के केंद्रीय समिति सदस्य मनोज पांडेय ने स्पष्ट करते हुए कहा कि ये महागठबंधन की सरकार है और कांग्रेस-राजद भी सरकार में शामिल होते रहे हैं. ऐसे में दो चार दिन की देरी को देरी नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से वही चेहरे मंत्रिमंडल में होंगे या उसमें कोई बदलाव होना है. इसकी सूची उनके नेता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नहीं मिली है.
माले के सरकार में शामिल होने की संभावना नहीं- झामुमो