नई दिल्ली :कांग्रेस ने दावा किया है कि गुजरात में उसके उम्मीदवारों की घोषणा के बाद राज्य भाजपा में बेचैनी है.कांग्रेस के रणनीतिकारों ने दावा किया कि भाजपा गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटें नहीं जीत पाएगी, जैसा कि भगवा पार्टी 2014 और 2019 के चुनावों से करती आ रही है.
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, साबरकांठा सीट से भाजपा उम्मीदवार भीखाजी ठाकोर के राष्ट्रीय चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद, वडोदरा से भगवा पार्टी की एक अन्य उम्मीदवार रंजनबेन भट्ट ने भी लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है.
कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य और गुजरात इकाई के पूर्व प्रमुख जगदीश ठाकोर ने ईटीवी भारत को बताया कि 'भाजपा पिछले दो राष्ट्रीय चुनावों के अपने प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाएगी. जनता सत्ता पक्ष से नाराज है. हमारे द्वारा मजबूत उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के बाद राज्य के भाजपा नेताओं में बेचैनी थी. परिणामस्वरूप, उनमें से कुछ ने राष्ट्रीय चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है और कई अन्य के भी ऐसा करने की संभावना है.'
कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य और गुजरात इकाई के पूर्व प्रमुख जगदीश ठाकोर ने बताया, 'आप गठबंधन के तहत भरूच और भावनगर सीटों पर चुनाव लड़ रही है और दोनों सीटें जीतने की उम्मीद है, जबकि कांग्रेस को कुछ सीटें मिलने की उम्मीद है.'
ठाकोर ने कहा कि 'मैं संख्याओं पर अटकलें नहीं लगाऊंगा लेकिन I.N.D.I.A गठबंधन निश्चित रूप से कई सीटें जीतेगा.' कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए चार मजबूत नेताओं और मौजूदा विधायकों को मैदान में उतारा है, जिनमें आनंद से सीएलपी नेता अमित चावड़ा, अमरेली से जेनीबेन थुम्मर, वलसाड से अनंत पटेल और पंचमहल सीट से गुलाब सिंह चौहान शामिल हैं.
पूर्व राज्य इकाई प्रमुख और अंकलाव विधानसभा सीट से पांच बार विधायक रहे अमित चावड़ा को अनुभवी भरत सिंह सोलंकी द्वारा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला करने के बाद आनंद से मैदान में उतारा गया.