पटना/दिल्ली : बिहार एनडीए में हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर विवाद पर अब विराम लग चुका है. कभी इस सीट को लेकर चाचा-भतीजा के बीच विवाद हो रहा था. पशुपति पारस चिराग पासवान के खिलाफ लगातार बयान दे रहे थे कि हाजीपुर उनकी सीट है. वे वहीं से चुनाव लड़ेंगे. चिराग पासवान भी हाजीपुर से चुनाव लड़ने की बात करते रहते थे.
चिराग पासवान को पांच सीटः सोमवार को दिल्ली में एनडीए की बैठक में पशुपति पारस की पार्टी के अलावे 5 दल शामिल हुए. इसमें चिराग पासवान की पार्टी लोजपा(रामविलास) को 5 सीट दी गई. यानि चिराग पासवान की पार्टी पांच सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेगी. एनडीए के विश्वासी साथी कहे जाने वाले पशुपति पारस वेट एंड वॉच करते रह गए.
'तीन सीट को लेकर पशुपति ने किया था ऐलान': पशुपति पारस की ओर से लगातार दावा किया जा रहा था कि वे हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे और एनडीए उन्हें टिकट देगी. RLJP के कई नेता भी इसी बात का दावा कर रहे थे. हाल में मीडिया को संबोधित करते हुए ऐलान किया था कि मैं हाजीपुर से चुनाव लड़ूंगा. प्रिंस राज समस्तीपुर से और चंदन सिंह नवादा से चुनाव लड़ेंगे.
पशुपति पारस को एनडीए से साइडःएनडीए को लेकर कहा था कि 'मीडिया से खबर मिली है कि हमारी पार्टी को तरजीह नहीं दी जा रही है जिससे पार्टी के नेताओं में नाराजगी है. जब तक एनडीए सीट का फैसला नहीं ले लेती तब तक हम वेट एंड वॉच करेंगे.' अब एनडीए ने सीट की घोषणा कर दी है लेकिन इसममें पशुपति पारस कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं. इसका मतलब है कि पशुपति पारस को एनडीए से साइड कर दिया गया है.
चिराग को एनडीए से निकालने का दावाः आपको बता दें कि चिराग पासवन और पशुपति पारस के बीच हाजीपुर सीट को लेकर विवाद यहां तक पहुंच गई कि RLJP के नेता चिराग पासवान को एनडीए से निकालने की बात करते थे. पार्टी के प्रवक्ता चंदन सिंह ने मीडिया को दिए बयान में कहा था कि 'चिरास पासवान एनडीए में रहकर गठबंधन की धर्म की धज्जियां उड़ा रहे हैं. उन्हें एनडीए से अलग कर देना चाहिए." लेकिन यह उल्टा दिखाई दे रहा है. पशुपति पारस को ही एनडीए से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
'हमारी पार्टी एनडीए के साथ'-RLJP: हाल में 14 मार्च को समस्तीपुर से RLJP के सांसद प्रिंस राज ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आदर प्रकट किया था ताकि किसी तरह उनकी बात बन सके. प्रिंस राज ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा था कि "हमारी पार्टी रालोजपा, एनडीए का अभिन्न अंग है! माननीय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री @narendramodi जी देश के साथ-साथ हमारे भी नेता है और उनका निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि है."