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मुजफ्फरनगर में तांत्रिक के कहने पर मां-बाप ने दे दी मासूम बेटी की बलि, सवा महीने की ही थी - MUZAFFARNAGAR MURDER

जन्म के बाद से ही बीमार चल रही थी बच्ची, पड़ोसियों की सतर्कता से खुला राज, अभी तक नहीं मिली लाश

पुलिस देर रात तक जंगल में तलाशती रही लाश.
पुलिस देर रात तक जंगल में तलाशती रही लाश. (Photo Credit; ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 10, 2024, 11:17 AM IST

मुजफ्फरनगर :माता-पिता ने तांत्रिक के बहकावे में आकर अपनी ही मासूम बेटी की बलि दे दी. बच्ची महज 37 दिन की थी. जन्म के बाद से वह बीमार चल रही थी. पड़ोसियों की सतर्कता से मां-बाप की इस घिनौनी हरकत का राज खुला. पुलिस ने मामले में तांत्रिक समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. तीनों ने अपना जुर्म भी स्वीकार कर लिया है. हालांकि बच्ची का शव अभी बरामद नहीं हो पाया है. आरोपियों के बार-बार बयान बदलने के कारण मुश्किल आ रही है.

भोपा थानाक्षेत्र के बेलड़ा गांव के रहने वाले गोपाल ने अपनी पहली पत्नी की मौत के बाद परतापुर की ममता से दूसरी शादी की थी. ममता ने सवा माह पहले ही बच्ची को जन्म दिया था. बेटी का नाम उन्होंने शगुन रखा था. जन्म के बाद से ही बेटी बीमार चल रही थी. गोपाल और उसकी पत्नी ममता किसी तांत्रिक के संपर्क में थे. मंगलवार को दोनों शगुन को लेकर तांत्रिक के पास गए थे. वहां से दोनों घर लौट आए. इसके बाद उनके घर से बच्ची के रोने की आवाज नहीं आ रही थी. इस पर पड़ोसियों को शक होने लगा. उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दे दी.

एसपी ने दी पूरी घटना की जानकारी. (Video Credit; ETV Bharat)

पुलिस ने रात में पूरा जंगल छान मारा :पुलिस ने बुधवार को गोपाल और ममता को गिरफ्तार कर लिया. रात में दंपत्ति ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने शगुन की बलि दे दी है. तांत्रिक के बहकावे में आकर उन्होंने ऐसा किया. पुलिस ने तांत्रिक को भी पकड़ लिया. तीनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया. आरोपी माता-पिता की निशानदेही पर सीकरी और बेलड़ा के बीच के जंगल से बच्ची के कपड़े बरामद हो गए, लेकिन शव के बारे में पूछने पर तीनों पुलिस को घुमराह करते रहे. कभी कहते कि शव को गंगनहर में फेंक दिया है तो कभी बताते कि खेत में दफना दिया है. पुलिस ने पूरा जंगल छान मारा लेकिन लाश नहीं मिली.

सीओ बोले-जल्द होगा वारदात का खुलासा :पड़ोसियों के अनुसार तांत्रिक कई बार गोपाल के घर भी आता-जाता रहा है. भोपा सीओ डॉ. रवि शंकर ने रात 11 बजे मौके पर पहुंचकर छानबीन की. एसपी देहात आदित्य बंसल ने बताया बच्ची की बलि दिए जाने की बात सामने आई है. जांच कराई जा रही है. दोषी पर कार्रवाई होगी. जल्द ही वारदात का खुलासा किया जाएगा. शव की बरामदगी के लिए पुलिस प्रयासरत है. इसके लिए गांव वालों से भी जानकारी जुटाई जा रही है. वहीं स्थानीय लोगों के अनुसार तांत्रिक ने परिवार से कहा था कि ममता के ऊपर कोई साया है. इससे निजात के लिए नर बलि देनी होगी. माता-पिता इसी बहकावे में आ गए.

दूसरे पति की थी बेटीःएसपी देहात आदित्य बंसल ने बताया कि मंगलवार देर रात भोपा थाना क्षेत्र में सूचना मिली थी कि एक दंपती द्वारा अपनी एक माह की बेटी को गायब कर दिया है या उसकी हत्या कर दी गई है.घटना की सूचना पर भोपा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन करते बच्ची के माता-पिता से जब पूछताछ की. पूछताछ में यह बात सामने आई की बच्ची महिला के पहले पति से थी. महिला की तबियत खराब रहती थी. उसे लगता था कि कोई देवता उसे सपने में आकर ये कह रहा है कि बच्ची तुम्हारी नही हैं, इसे मुझे देदो. इसलिए महिला और उसके पति ने पहले बच्ची को एक काले कपड़े में लपेटकर जंगल में डाल दिया. इसके बाद बच्ची के सारे कपड़े निकाल कर उसे गंग नहर में डाल दिया. पुलिस ने दंपति की निशानदेही पर बच्ची के कपड़े एक जंगल से बरामद किए हैं. पूछताछ में दंपती ने कबूल किया है कि उन्होंने ही बच्ची की गला घोट कर हत्या की है. सके बाद लाश को पहले जंगल में रखा उसके बाद नहर में फेंक दिया. पुलिस ने दंपती को गिरफ्तार कर लिया है.

हाथरस में भी सामने आया था ऐसा ही मामला :हाथरस के सहपऊ इलाके में गांव रासगवां में डीएल आवासीय पब्लिक स्कूल है. यहां पर चंदपा के गांव अल्हेपुर चुरसेन का 11 साल का बच्चा कृतार्थ कक्षा 2 में पढ़ता था. सभी बच्चे हॉस्टल में सोए थे. सुबह उठने पर कृतार्थ बेहोश पड़ा मिला. स्कूल प्रबंधक दिनेश बघेल बच्चे को कार से इलाज के बहाने कहीं ले जा रहे थे. परिजनों ने कार को घेरकर हंगामा करना शुरू कर दिया. पुलिस ने हॉस्टल संचालक को हिरासत में ले लिया. बच्चे की गर्दन पर निशान थे.

बाद में पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारी मिली. पता चला कि स्कूल प्रबंधक का पिता जशोधन सिंह स्कूल की तरक्की के लिए कृतार्थ की बलि देना चाहता था. स्कूल के पास ही ट्यूबवेल में बच्चे की बलि दी जानी थी. 22 सितंबर की रात सभी गहरी नींद में सोये कृतार्थ को लेकर वहां पहुंचे थे. तांत्रिक क्रिया से पहले ही बच्चे की नींद खुल गई. इस पर राज खुलने के डर से सभी ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.

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