रायपुर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' की 117वीं कड़ी को संबोधित किया. जिसमें उन्होंने महाकुंभ के महत्व पर प्रकाश डाला और फिल्म उद्योग तथा सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं की तारीफ की. पीएम मोदी ने खासकर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बस्तर ओलंपिक के सफल आयोजन की सराहना की. उन्होंने बस्तर ओलंपिक को खेल और विकास का अनोखा संगम करार दिया है.
"देश के लिए बस्तर ओलंपिक एक मिसाल":प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में हुए बस्तर ओलंपिक की चर्चा करते हुए कहा कि बस्तर ओलंपिक केवल खेल नहीं, बल्कि खेल और विकास का अनोखा संगम है. सात जिले के एक लाख से ज्यादा प्रतिभागियों ने इसमें हिस्सा लिया, जो इसके सार्थक संदेश को बताता है. नक्सलियों की घनघोर चपेट में रहने वाला बस्तर, इससे बाहर निकल रहा है. यह खेल युवाओं को नई सोच, नई दिशा देने का अनोखा प्रयास रहा है. पूरे देश के लिए बस्तर ओलंपिक एक मिसाल है.
पूरे देश के लिए बस्तर ओलंपिक एक मिसाल है. बस्तर ओलंपिक का शुभंकर पहाड़ी मैना रही है. बस्तर ओलंपिक, बस्तर की समृद्ध संस्कृति की झलक को बताता है. बस्तर खेल महोत्सव का मूल मंत्र बरसायता बस्तर-खेलेगा बस्तर-जीतेगा बस्तर रहा है : नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
सुकमा की पायल का पीएम मोदी ने किया जिक्र : पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात' में देशवासियों को बताया कि पहले ही बार में बस्तर ओलंपिक में 7 जिलों के 1 लाख 65 हजार खिलाड़ियों ने भाग लिया है. यह सिर्फ आकड़ा नहीं है. यह हमारे युवाओं के संकल्प की गौरव गाथा है. एथलेटिक्स, तीरंदाजी, बैडमिंटन, फुटबॉल, हॉकी, वेट लिफ्टिंग, कबड्डी, खोखो, वॉलीबॉल हर खेल में लोगों ने प्रतिभा का परचम लहराया है.