बीजापुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के पत्रकार 33 साल के मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी को शाम के वक्त घर से लापता हुए थे. अगले दिन 2 जनवरी को उनके भाई युकेश चंद्राकर ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. 3 जनवरी की शाम सेप्टिक टैंक में मुकेश की लाश मिली. पुलिस ने लोगों की मदद से सेप्टिक टैंक को तोड़कर लाश को बाहर निकाला. इस दौरान मौके पर FSL की टीम और पुलिस के आला अफसर मौजूद रहे. जिस जगह से लाश बरामद हुई, वहां पर लोगों की भारी भीड़ भी जुटी. बड़ी संख्या में बीजापुर और दंतेवाड़ा के पत्रकार वारदात वाली जगह पर जुटे.
लापता पत्रकार मुकेश की मिली लाश: बीजापुर में मुकेश चंद्राकर समाचार चैनलों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम करते थे. वह एक यूट्यूब चैनल 'बस्तर जंक्शन' भी चलाते थे, जिसके लगभग 1.61 लाख सब्सक्राइबर हैं.पुलिस के मुताबिक मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी से ही लापता थे. खुद बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा था कि जल्द ही मुकेश चंद्राकर को खोज लिया जाएगा. पुलिस की टीमें भी लगातार मुकेश चंद्राकर की तलाश में जुटी थीं. इसी बीच पुलिस ने मुकेश चंद्राकर के मोबाइल का लास्ट लोकेशन चेक किया. पत्रकार मुकेश के फोन का लॉस्ट लोकेशन ठेकेदार के घर के पास मिला. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चेक किया तो सेप्टिक टैंक में किसी की बॉडी होने का शक हुआ.
कल शाम को लगभग साढ़े 7 बजे संवाददाता मुकेश चंद्राकर के भाई का फोन आया. उन्होंने बताया कि उनका भाई 1 जनवरी शाम से लापता हो गया है. इसके बाद अलग अलग टीम बनाकर मुकेश चंद्राकर की तलाश शुरू की. मोबाइल नंबर की लास्ट लोकेशन पर सर्च करना शुरू किया. आज शाम को करीब 5 बजे टैंक में जेसीबी से खुदाई की तो एक शव मिला. शव की शिनाख्त पत्रकार मुकेश चंद्राकर के रूप में हुई. जांच की जा रही है, संदेहियों से पूछताछ की जा रही है. हत्या के आरोपियों को जल्द पकड़ा जाएगा. अभी कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है. घटना स्थल परिसर ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का है. यहां एक बेडमिंटन कोर्ट है. साथ ही वर्कर के रहने के लिए व्यवस्था कराई गई है. इस परिसर के टैंक में शव बरामद हुआ है. आरोपियों को छोड़ा नहीं जाएगा. पत्रकार मुकेश चंद्राकर को न्याय मिलेगा. - जितेंद्र यादव, पुलिस अधीक्षक, बीजापुर
सीएम साय ने जताया दुख: पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर सीएम विष्णुदेव साय ने दुख जताया है. सीएम ने यह भी कहा है कि अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बीजापुर के युवा और समर्पित पत्रकार मुकेश चंद्राकर जी की हत्या का समाचार अत्यंत दु:खद और हृदयविदारक है।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) January 3, 2025
मुकेश जी का जाना पत्रकारिता जगत और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
इस घटना के अपराधी को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी…
बीजापुर के युवा और समर्पित पत्रकार मुकेश चंद्राकर जी की हत्या का समाचार अत्यंत दु:खद और हृदयविदारक है. मुकेश जी का जाना पत्रकारिता जगत और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है. इस घटना के अपराधी को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देने के निर्देश हमने दिए हैं. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिजनों को इस दुःख की घड़ी में संबल प्रदान करें - विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री
सेप्टिक टैंक में हत्या के बाद डाली गई लाश: लापता पत्रकार की तलाश के लिए परिवार वालों ने थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी. परिवार वालों का कहना है कि मुकेश चंद्राकर को 1 जनवरी के दिन एक युवक घर पर बुलाने आया था. उसके बाद से ही मुकेश का मोबाइल फोन बंद आने लगा. पुलिस सूत्रों की मानें तो मुकेश को अपने साथ ले जाने वाला युवक फिलहाल दिल्ली में है. सूत्र बताते हैं कि सड़क निर्माण में गड़बड़ी को लेकर मुकेश चंद्रकार की अनबन ठेकेदार से चल रही थी.
मुझे आज भी वो दिन याद है जब नक्सलियों के कब्जे से हमारी कोबरा बटालियन के जवान श्री राकेश्वर सिंह मन्हास को नक्सलियों के चंगुल से रिहा कराने वाली मध्यस्थ टीम मुख्यमंत्री निवास रायपुर में मुझसे भेंट करने आयी थी.
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 4, 2025
साहसी पत्रकार मुकेश चंद्राकर उस मध्यस्थ टीम के प्रमुख सदस्य थे. उनके… pic.twitter.com/bNiYOnuVuo
भूपेश बघेल ने मुकेश चंद्राकर को दी श्रद्धांजलि: पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने एक्स पर पत्रकार मुकेश चंद्राकर को श्रद्धांजलि दी. बघेल ने पोस्ट में उस वाक्ये का जिक्र किया जब कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मन्हास को नक्सलियों के चंगुल से रिहा कराने वाली मध्यस्थ टीम उनसे मिलने रायपुर पहुंची थी. उस मध्यस्थ टीम में मुकेश चंद्राकर भी थे.