देहरादूनः9 जुलाई 202 को जब उत्तराखंड के लोग सोकर उठे तो सुबह सबसे पहले बुरी खबर जम्मू कश्मीर से आई. 8 जुलाई की शाम को जम्मू कश्मीर के कठुआ में सेना पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की सूची 9 जुलाई की सुबह आई. जिसमें शहीद सभी उत्तराखंड के लाल थे. धीरे-धीरे जानकारी मिली तो पता चला कि 22 गढ़वाल रेजीमेंट के 5 जवान शहीद हुए और 5 घायल हुए हैं. शहीद जवान टिहरी, पौड़ी और रुद्रप्रयाग के रहने वाले थे. जिनका पार्थिव शरीर दोपहर बाद सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा जौलीग्रांट पहुंचा. 10 जुलाई को पांचों शहीदों का सैन्य सम्मान के साथ ऋषिकेश और उनके गृह क्षेत्र में अंतिम संस्कार किया गया. हमले में नायब सूबेदार आनंद सिंह, हवलदार कमल सिंह, नायक विनोद सिंह, राइफलमैन अनुज नेगी और राइफलमैन आदर्श सिंह नेगी शहीद हुए.
नेशनल हाईवे पर लैंडस्लाइड: मंगलवार का दिन जैसे-जैसे बढ़ रहा था. वैसे-वैसे उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र से कुदरत की भयानक तस्वीरें भी सामने आ रही थी. बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक ही जगह पर दो बार ऐसा भूस्खलन हुआ कि भूस्खलन की तस्वीरें जिसने भी देखी वो डर के मारे सहम गया. अचानक से पहाड़ नीचे आ जाने से मंगलवार के दिन सैकड़ों श्रद्धालु बदरीनाथ और उसके आसपास के क्षेत्र में फंस गए. बुधवार को भी यात्रियों को निकालने का सिलसिला जारी रहा.
खटीमा में बाढ़: इसके अलावा मंगलवार को खटीमा और उसके आसपास के क्षेत्र में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे उतरने के बाद हालात और खराब होते दिखाई दिए. 7 और 8 जुलाई को हुई बारिश के बाद पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया था. ऐसे में अब हालात सामान्य होने में कितना समय लगेगा, उसकी तस्वीर मंगलवार को साफ हो गई. चारों तरफ पानी और कीचड़ के साथ-साथ अव्यवस्थाएं लोगों को परेशान कर रही है.