ठाणे: महराष्ट्र में बदलापुर के एक स्कूल में दो नाबालिगों के यौन उत्पीड़न मामले में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए आरोपी अक्षय शिंदे के परिवार वालों ने बड़ा आरोप लगाया है. खबर के मुताबिक, अक्षय शिंदे के माता-पिता और विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि, गृह विभाग और सरकार ने अक्षय शिंदे का एनकाउंटर कर इस मामले के अन्य आरोपियों का पक्ष लेने की कोशिश की है. बता दें कि, बदलापुर मामले में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अक्षय शिंदे के खिलाफ पुलिस पर हमला करने का मामला दर्ज किया गया है. मुंब्रा पुलिस ने अक्षय शिंदे के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
इतना ही नहीं, महागठबंधन में सहयोगी पार्टी के नेताओं ने भी गृह विभाग के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की है. बदलापुर के एक स्कूल में दो नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म मामले में आरोपी अक्षय शिंदे को गिरफ्तार किया गया था. विपक्ष का आरोप है कि, विशेष जांच दल द्वारा रिपोर्ट तैयार किए जाने के बाद भी इसे सरकार को नहीं सौंपा गया. विपक्ष का आरोप यह भी है कि यह रिपोर्ट सरकार के निर्देश पर तैयार की गई थी.
विशेष पुलिस महानिरीक्षक आरती सिंह द्वारा सरकार को यह रिपोर्ट सौंपे जाने से पहले ही मामले का मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे मुठभेड़ में मारा जा चुका था. बदलापुर में अगस्त महीने में एक स्कूल में दो नाबालिगों के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई थी. खबर के मुताबिक, शुरूआत में इस मामले में पीड़ित लड़कियों के माता-पिता की शिकायत थाने में दर्ज नहीं की गई थी. माता-पिता को करीब 12 घंटे तक थाने में इंतजार करवाया गया, लेकिन कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई. अंत में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं के दबाव डालने के बाद यह शिकायत दर्ज की गई लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसकी भनक लगते ही स्थानीय लोगों ने बगावत कर दी और बदलापुर रेलवे स्टेशन पर हिंसक प्रदर्शन के बाद आखिरकार सरकार झुकी और मामले की जांच के आदेश दिए.
दीपक केसरकर ने संबंधित स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने और सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने के आदेश भी दिए' हालांकि इस मामले में स्कूल और संस्थान प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई के आदेश देने के बावजूद कुछ खास नहीं हुआ' इस बीच, यह देखा गया कि इस स्कूल में जिस दौरान यह घटना हुई, उन 15 दिनों की सीसीटीवी फुटेज गायब हो गई है.'