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हर्ष राज के पिता ने खोला हत्या के पीछे का राज, बोले- उसकी तैयारी पूरी थी - Harsh Raj Murder case

HARSH RAJ MURDER CASE: पटना में छात्र हर्ष राज की हत्या के बाद से बवाल मचा है. पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और सभी अभियुक्तों की पहचान कर ली है. सोमवार को जब हर्ष का शव उनके पैतृक गांव वैशाली के मझौली पहुंचा तो उसके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का जन सैलाब उमड़ पड़ा. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर हर्ष को क्यों मारा गया? उनके पिता ने इसका खुलासा किया है.

हर्ष राज की हत्या
हर्ष राज की हत्या (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : May 28, 2024, 4:43 PM IST

वैशाली में हर्ष राज का अंतिम संस्कार (ETV Bharat)

वैशाली:अपने सामाजिक व्यवहार और मदद करने की प्रवृत्ति के कारण हजारों लोगों के दिलों पर राज करने वाले 22 वर्षीय हर्ष राज के अंतिम दर्शन के लिए सोमवार को लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. वैशाली जिले के वैशाली प्रखंड के मझौली गांव के रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार अजीत कुमार के पुत्र हर्ष राज की निर्मम हत्या पटना लॉ कॉलेज के कैंपस में पीट-पीटकर कर दी गई थी.

हर्ष के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब: 22 वर्षीय हर्ष राज का शव जब उसके पैतृक गांव मझौली पहुंचा तो उसके दर्शन के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा. कई गांवों और कई जिलों के लोग पहले से ही हर्ष के दरवाजे पर मौजूद थे. पटना पीएमसीएच में पोस्टमार्टम के बाद हर्ष का शव उसके पैतृक गांव लाया गया. इसके बाद सोमवार को देर शाम लालगंज के बसंत घाट पर अंतिम संस्कार किया गया.

'दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहता था हर्ष':हर्ष राज जैसे सामाजिक कार्य करने वाले युवक की मौत को पचा पाना ग्रामीणों के लिए बहुत मुश्किल हो रहा है. लोगों को यकीन नहीं हो रहा कि वह अब उनके बीच नहीं है. गांव के सरपंच मनोज कुमार शाह बताते हैं कि हर्ष राज जैसे दूसरों की मदद करने वाले लड़के का भी कोई दुश्मन हो सकता है यह सोचकर भी यकीन कर पाना मुश्किल है.

"वह एक तेजस्वी लड़का था. उससे घर वालों के साथ-साथ पूरे समाज को काफी उम्मीदें थी. सामाजिक कार्य के साथ-साथ उसकी पढ़ाई भी बहुत अच्छी थी."- मनोज कुमार शाह, सरपंच, मझौली गांव

'कोरोना काल में लोगों की मदद की': वही गांव के ही अरविंद सिंह बताते हैं कि कोरोना काल में उसने बगैर अपनी फिक्र किए हुए सबकी मदद की थी. बाढ़ के समय में भी लोगों की मदद में ही लगा रहता था. सिर्फ गांव और जिले के लिए ही नहीं पूरे देश के लिए यह एक बहुत बड़ी क्षति है, जिसकी भरपाई नहीं हो सकती है.

"अजीत कुमार को एक पुत्र और एक पुत्री थी. जिसमें हर्ष उनका बड़ा लड़का था.अजीत खुद भी सामाजिक कार्यों से जुड़े रहते हैं.हर्ष को कोई मार सकता है हमें यकीन नहीं हो रहा."- अरविंद सिंह, ग्रामीण

27 मई को हुई थी निर्मम हत्या: हर्ष राज पटना लॉ कॉलेज कैंपस में अपने स्नातक का अंतिम पेपर का एग्जाम देकर निकाला था. तभी कैंपस में नकाबपोश 15 की संख्या में आए हमलावरों ने उस पर हमला कर दिया. लाठी डंडे और ईंट से पीट-पीट कर उसे मरणासन्न कर दिया गया. घटना को अंजाम देकर सभी आरोपी फरार हो गए. छात्रों द्वारा हर्ष राज को पटना पीएमसीएच लाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत्यु घोषित कर दिया.

हत्या की वजह?: हर्षराज हत्याकांड के पीछे वजह बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले पटना में डांडिया नाइट कार्यक्रम करवाया गया था, जिसमें गाना गा रही सिंगर के साथ कुछ छात्रों ने छेड़खानी करने का प्रयास किया था. इसमें बाउंसर के द्वारा रोकथाम में एक छात्र जख्मी हो गया था. इसके बाद बदले की भावना में हर्ष के हत्या की हत्या साजिश रची गई थी.

क्या छात्रसंघ का चुनाव था हत्या का कारण?: हर्ष के पिता अजीत कुमार बीते 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में सक्रिय रूप से पत्रकारिता कर रहे हैं. उन्होंने हर्ष हत्याकांड के विषय में बताया कि वह छात्र संघ का चुनाव लड़ना चाहता था. उसका कहना था कि आज तक जिसने भी चुनाव लड़ा है वह पास आउट थे. पढ़ते हुए किसी ने चुनाव नहीं लड़ा. लेकिन मैंने उसे मना किया था वह कहता था कि वह चुनाव भी जीतेगा और पूरी ईमानदारी से छात्रों के लिए काम भी करेगा.

" हत्या के पीछे पूर्व में कराया गया डांडिया नाइट कार्यक्रम का विवाद और छात्र संघ का चुनाव लड़ने की उसकी तैयारी हो सकती है. पुलिस को चाहिए कि अविलंब अपराधियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई करें." - अजीत कुमार, हर्ष राज के पिता

हर्ष राज के पिता (ETV Bharat)

हत्या के कारणों का पता लगाने में जुटी पुलिस: हर्ष के पिता अजीत कुमार ने बताया कि पटना में रहकर वह अन्य कॉलेज के छात्रों की भी मदद करता था. पटना के एन कॉलेज, बी कॉलेज और वीमेंस कॉलेज आदि के छात्रों की हर संभव मदद करता था. कॉलेज में आरओ लगवाना, वूमेन सेनेटरी पैड का मशीन लगवाना आदि काम करता था, जिससे अन्य छात्र उससे काफी खुश थे.

चाची को जीता चुका था चुनाव: हर्षराज बचपन से ही सामाजिक सरोकारों से जुड़ा रहता था. 2021 में हुए पंचायती चुनाव में उसने अपनी चाची पालू कुमारी को चुनाव लड़ने में काफी मदद की थी. रणनीति भी हर्ष ने ही तैयार की थी. इसके बाद 44 वोट से हर्ष की चाची चुनाव जीत गई थी. बीते 25 तारीख को वैशाली लोकसभा चुनाव में वह मतदान करने आया था. जिसके बाद 26 तारीख को पटना लौट गया था. इसके पहले समस्तीपुर से चुनाव लड़ रही शांभवी चौधरी के लिए भी काफी दिनों तक समस्तीपुर में रहकर हर्ष ने कैंपेनिंग की थी.

पढ़ाई में भी था अव्वल: हर्ष राज सामाजिक कार्यों के साथ-साथ पढ़ाई में भी हमेशा से अव्वल रहा है. लालगंज के संत पॉल से मैट्रिक की पढ़ाई कीं वहीं मुजफ्फरपुर के एक कॉलेज से इंटर में काफी अच्छे नंबर से पास करने के बाद पटना के बीइन कॉलेज फंग्शनल इंग्लिश में ऑनर्स की पढ़ाई कर रहा था. हत्या से पहले उसने अपने पिता को बताया था कि ग्रेजुएशन में उसे 80% से ज्यादा मार्क्स आएगा.

मां ने फोन किया तो मिली जानकारी:हर्ष की मां प्रेमिका कुमारी ने समय से अंदाजा लगा लिया कि हर्ष का एग्जाम खत्म हो चुका होगा. जिसके बाद उन्होंने फोन किया तो हर्ष के दोस्त ने फोन पर बताया कि उसे कुछ लड़कों ने बेरहमी से पीटा है जिससे वह जख्मी हो गया है. उसे पीएमसीएच लेकर जा रहे हैं. इसके बाद हर्ष के पिता अजीत कुमार अपनी पत्नी के साथ पीएमसीएच पहुंचे जहां हर्ष की मौत की उन्हें सूचना मिली.

1 आरोपी गिरफ्तार: बताया जा रहा है कि हर्षराज हत्याकांड में पटना के दो हॉस्टल के छात्र प्रत्यक्ष रूप से सम्मिलित है, जिसमें पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं तीन अन्य आरोपियों की पहचान कर ली गई है जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.


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