बेंगलुरु: कर्नाटक में महिला वकील एस जीवा (35) की आत्महत्या की जांच सीसीबी को सौंप दी गई है. जीवा भोवी विकास निगम घोटाले की जांच का सामना कर रही थीं.आत्महत्या के संबंध में जीवा की बहन संगीता की शिकायत पर बनशंकरी पुलिस स्टेशन में सीआईडी डीएसपी कनकलक्ष्मी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. अब, बेंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने आदेश दिया है कि, मामले की आगे की जांच सीसीबी को सौंपी जाए.
भोवी विकास निगम के लाभार्थियों को सामग्री की आपूर्ति करने वाली और लकड़ी की दुकान चलाने वाली वकील एस जीवा ने 22 नवंबर को आत्महत्या कर ली थी. जीवा ने बनशंकरी पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत राघवेंद्र लेआउट में अपने घर पर एक डेथ नोट लिखकर आत्महत्या कर ली. मृतक की बहन संगीता ने आरोप लगाया था कि सीआईडी डीएसपी कनकलक्ष्मी ने 14 नवंबर को मामले की सुनवाई के लिए मौजूद जीवा को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगी.
जीवा द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट और मृतक की बहन द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर बनशंकरी पुलिस स्टेशन ने प्राथमिकी दर्ज कर प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है. दूसरी ओर, बार एसोसिएशन ने जीवा की आत्महत्या के मामले को सीबीआई को सौंपने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए बेंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने जांच सीसीबी को सौंप दी. सीसीबी के एसीपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में मामले की जांच का आदेश दिया गया है. वहीं, मामले की प्रारंभिक जांच के दस्तावेज सौंप दिए गए हैं.