रांची:लॉरेंस बिश्नोई का आतंक पूरे भारत में फैला हुआ है. लॉरेंस का खास गुर्गा मयंक सिंह न सिर्फ विदेश में रहकर लॉरेंस को मजबूत कर रहा है, बल्कि झारखंड के कुख्यात अमन साव का भी खास बना हुआ है. यही वजह है कि अब मयंक सिंह के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
लॉरेंस का बचपन का दोस्त है मयंक सिंह
मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा अपराध की दुनिया का जाना-माना नाम है. कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के बचपन के दोस्त मयंक सिंह का पूरा नाम सुनील सिंह मीणा है. बताया जाता है कि लॉरेंस और मयंक ने एक साथ अपराध की दुनिया में कदम रखा था. मयंक अपराध के कई मामलों में जेल भी जा चुका है, लेकिन पिछले 2 साल से वह मलेशिया में बैठकर लॉरेंस के इशारे पर झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के साथ काम कर रहा है.
मयंक सिंह अमन और लॉरेंस बिश्नोई के बीच की अहम कड़ी है. मयंक सिंह का मुख्य काम इंटरनेट कॉल के जरिए कारोबारियों को धमकाना है. सोशल मीडिया पर मयंक सिंह काफी एक्टिव रहता है और मलेशिया में बैठकर अपने गैंग के बारे में सोशल मीडिया के जरिए खुलकर अपनी बातें शेयर करता है.
एक साल पहले हुई थी मयंक की पहचान
पिछले साल तक झारखंड पुलिस के लिए मयंक सिंह एक अनसुलझी पहेली बना हुआ था. एटीएस की जांच में पता चला कि इंटरनेट कॉल के जरिए झारखंड के व्यवसायियों को आतंकित करने वाला मयंक सिंह असल में सुनील कुमार मीणा है. सुनील कुमार मीणा झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के लिए मयंक सिंह के छद्म नाम से काम करता है. झारखंड में शायद ही कोई ऐसा व्यवसायी हो, जिसे इंटरनेट कॉल पर मयंक ने धमकी न दी हो. मयंक उर्फ सुनील मीणा के खिलाफ एटीएस थाने समेत झारखंड के एक दर्जन थानों में दर्जनों मामले दर्ज हैं.
पहचान के बाद शुरू हुई कार्रवाई
मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा के बारे में पूरी जानकारी मिलने के बाद झारखंड एटीएस की एक टीम ने राजस्थान के अनूपगढ़ जिले के नई मंडी थाना क्षेत्र के जीडीए पुरानी मंडी घड़साना स्थित मीणा के घर पर डुगडुगी बजा कर इश्तेहार भी चस्पा किया था. नई मंडी थाने की मदद से एटीएस ने सुनील मीणा उर्फ मयंक सिंह की कई चल-अचल संपत्तियों का भी पता लगाया है. सुनील मीणा ने खौफ की कमाई से ही नया मकान बनवाया है, साथ ही महंगी कारें भी खरीदी हैं. एटीएस ने मयंक उर्फ सुनील मीणा के खिलाफ राजस्थान में कुर्की-जब्ती भी की है.