गढ़वा: जिले के भंडरिया जंगल में एक बार फिर बाघ ने दस्तक दी है. करीब 10 दिनों तक गायब रहने के बाद बाघ ने एक बार फिर एक पशु को अपना निवाला बनाया है. घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. इधर, मामले की जानकारी मिलते ही वन विभाग बाघ को ट्रैप करने में जुट गया है.
बाघ को देखकर पशुपालक के होश उड़े
जानकारी के अनुसार पशुपालक सतेंद्र यादव अपने पशुओं को भंडरिया वन क्षेत्र की रोदो पंचायत के मौना के जंगल में चराने गया था. वह अपने पशुओं को जंगल में चरा ही रहा था कि अचानक उनके बगल से बाघ गुजरा और भैंस के एक बच्चे पर हमला बोलकर उसे अपना निवाला बना लिया. यह देख सतेंद्र यादव के होश उड़ गए. उसने किसी तरह जंगल से भागकर अपनी जान बचाई.
वन विभाग कार्रवाई में जुटा
गांव में पहुंचते ही सतेंद्र ने इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी. ग्रामीणों ने घटना की सूचना वन विभाग को दी. जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई. वन विभाग की टीम जंगल पहुंची और जांच-पड़ताल की. इस दौरान जगह-जगह बाघ के पंजे के निशान मिले. हालांकि रास्ता पथरीला रहने के कारण फुटमार्क बहुत कम मिले हैं. अब वन विभाग की टीम फुटमार्क की जांच कर रही है.
वहीं घटना के बाद वन विभाग ने प्रभावित पशुपालक को मुआवजा राशि का भुगतान किया. वन विभाग की टीम इलाके में एक्टिव हो गई है. जंगल में आधा दर्जन से अधिक ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं. साथ ही ग्रामीणों से जंगल की ओर नहीं जाने की अपील की गई है.
ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील
वहीं मामले में गढ़वा डीएफओ एबीन बेनी अब्राहम ने कहा कि बाघ ने एक पशु का शिकार किया है. हमने फुटमार्क इकट्ठा किया है. ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की गई है. उन्होंने बताया कि बाघ इस बार भी भंडरिया के जंगल में पहुंचा है.
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