मेरठ: राजस्थान के चूरू में मेरठ के सात लोगों की बीते दिन कार एक्सीडेंट में मौत हो गई थी. मेरठ शहर में हर कोई इस घटना से क्षुब्ध है. राजस्थान के सीकर जिले में चुरू-सालासर राजमार्ग पर कार ट्रक से टकरा गई थी जिससे कार में बैठे सभी 7 लोगों की मौत हो गई थी. घर वापसी पर मेरठ में इस परिवार ने माता की चौकी का कार्यक्रम करने का प्लान बनाया था.
लेकिन, किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी कि वह जहां धार्मिक यात्रा के लिए जा रहे हैं वहां से फिर कभी नहीं लौटेंगे. अपने पिता नरेंद्र बिंदल की मौत के बाद हार्दिक ही जिम्मेदारी निभा रहे थे. मेरठ के ब्रहमपुरी थाना क्षेत्र के शिवशंकरपुरी में हार्दिक का पैतृक आवास है, जिसमें मकान के ऊपर के हिस्से में हार्दिक का परिवार रहता था. वहीं नीचे के हिस्से में हार्दिक के ताऊ संतकुमार, ताई कमलेश अपने बेटे सत्यम के साथ रहते हैं.
हार्दिक ने ही धार्मिक यात्रा का प्लान किया था. हार्दिक का मेरठ में कपड़ों का होलसेल का कारोबार था. एक कैफे भी वह अपने दोस्तों के साथ मिलकर चला रहे थे. हार्दिक के ताऊ संतकुमार ने बताया कि हार्दिक दो बहनों का अकेला भाई था. छोटी बहन की शादी बुलंदशहर के स्याना में हुई थी. जबकि, दूसरी बहन महक की हापुड़ में शादी हुई थी.
उन्होंने बताया कि कई साल पहले उसने माता रानी के दर्शन के लिए जाने की बात कही थी. जिसके बाद शनिवार को हार्दिक अपनी मां मंजू बिंदल, पत्नी स्वाति, दो बेटियों सिदीक्षा और रितिशा के अलावा अपनी मौसी नीलम गोयल पत्नी मुकेश गोयल और मौसेरे भाई आशुतोष गोयल को साथ लेकर राजस्थान के लिए गए थे.
रविवार दिन में बात हुई थी तब बच्चों ने बताया था कि पहले राजस्थान में जीण माता के दर्शन किए, इसके बाद कार से रानी सती के दर्शन को जाने की बात कही थी. उसके बाद जो खबर आई तो सब कुछ खत्म हो गया.
बता दें कि चुरू हाईवे पर हार्दिक की कार अचानक रुई लदे ट्रक में जा टकराई थी. कार में सीएनजी लगी थी. टक्कर लगते ही वहां आग लगी और जब तक कोई कुछ समझ पाता सब कुछ खत्म हो गया.
माना जा रहा है कि टक्कर लगने के तुरंत बाद कार क्योंकि सेंट्रल लॉक थी तो वह खुल नहीं पाई. जिस कारण से सभी उसमें फंसे रह गए और जान चली गई. हार्दिक के ताऊ ने बताया कि शादी से पहले हार्दिक ने एक साथ तीर्थ यात्रा करने का संकल्प लिया था.
जिसके लिए अब आठ साल बाद वह परिवार के साथ गया था. घर में वापस आने पर माता की चौकी का कार्यक्रम भी तय था, लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था. संतकुमार ने बताया, हार्दिक की मौसी नीलम दिल्ली के आरकेपुरम में रहती हैं. वह भी अपने इकलौते बेटे आशुतोष को लेकर हार्दिक के कहने पर गई थीं. कार भी हार्दिक की मौसी का बेटा ही लेकर आया था.