इंदौर:कहते हैं दिल और दिमाग की ख्वाहिश पूरी करने के लिए हर कोई मजबूर है. इसी मान्यता की मिसाल है अस्मिता और सुमन नामक दो लड़कियां. जिन्होंने जन्मजात मिले अपने शरीर को बदलकर अब खुद को लड़कों के रूप में विकसित किया है. यह पहला मौका है जब एक साथ दो लड़कियों ने सामाजिक तिरस्कार का सामना करते हुए खुद की पहचान को बदलकर खुद को अस्मित और सुल्तान के रूप में तब्दील किया है.
फीलिंग पर नियंत्रण का विकल्प सेक्स चेंज सर्जरी
दरअसल, देश में अब लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिसमें लोगों का दिल और दिमाग अपने शरीर से विपरीत लिंग वाली फीलिंग और दृष्टिकोण दर्शाता है. ऐसी स्थिति में लड़कियां ना तो खुद को लड़कियों के रूप में एडजस्ट कर पाती हैं ना ही लड़के अपनी लड़कियों वाली फीलिंग पर नियंत्रण कर पाती हैं. जाहिर है इस स्थिति से उबर पाने का एकमात्र विकल्प सेक्स चेंज सर्जरी है, जो अब सामान्य होती जा रही है. इतना ही नहीं जिन घर परिवारों में ऐसे बच्चे मौजूद हैं वह परिवार भी अपने बच्चों की ख्वाहिश की खातिर उनके सेक्स चेंज करने के फैसले पर सहमत नजर आ रहे हैं.
उड़ीसा की अस्मिता ने इंदौर में कराई सर्जरी
इंदौर में ऐसी ही कहानी है, उड़ीसा के भुवनेश्वर से अपनी सेक्स चेंज सर्जरी कराने आई अस्मिता की, जो बचपन से तो लड़की थी लेकिन युवा होते-होते उसे एहसास हुआ कि उसमें लड़कियों वाली नहीं बल्कि लड़कों वाली फीलिंग और आदतें हैं. जब अस्मिता के परिवार ने यह बात महसूस की तो पहले तो वह अपनी बच्ची की बदनामी की आशंका से घबरा गए. इसके बाद उन्होंने बच्ची की बात मानते हुए उसकी सेक्स चेंज सर्जरी कराने का फैसला किया. अब जबकि इंदौर में अस्मिता की सर्जरी हो चुकी है और वह लड़की से लड़का बन चुकी है तो न केवल अस्मिता बल्कि उसके परिवार के लोग भी अपनी बच्ची के फैसले से खुश हैं.