नई दिल्ली: जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ रही है. वैसे-वैसे काम करना और भी आसान हो रहा है. ऐसे में टेक्नोलॉजी की मदद से आज पैसे का लेनदेन भी काफी आसान हो गया है. लोग अब पैसे के ट्रांजैक्शन के लिए क्यूआर कोड का इस्तेमाल कर रहे हैं. क्यूआर कोड स्कैन करके किसी को आसानी से पैसे भेजे जा सकते हैं.
मौजूदा समय में सब्जी खरीदने से लेकर ग्रोसरी का सामान खरीदन तक हर छोटे-बड़े पेमेंट के लिए क्यूआर कोड का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके एक वजह यह है कि इसका प्रोसेस काफी आसान है. PhonePe, Google Pay और Paytm जैसे किसी यूपीआई पेमेंट ऐप की मदद से क्यूआर कोड स्कैन करके चंद सेकंड में ऑनलसाइन पेमेंट किया जा सकता है.
हालांकि, क्यूआर कोड स्कैन पेमेंट करने की प्रक्रिया को जितना आसान बनाता है, इसका इस्तेमाल उतना ही खतरनाक हो सकता है. दरअसल, हाल ही में किसी ने मध्य प्रदेश पेट्रोल पंप समेत करीब आधा दर्जन दुकान के क्यूआर कोड को नकली क्यूआर कोड से बदल दिया. इससे पेमेंट सीधा स्कैमर के अकाउंट में होने लगा. हालांकि, बाद में इस स्कैम की पहचान कर ली गई.
अगर आप भी इस तरह के स्कैम से बचना चाहते हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आप आसानी से फैक क्यूआर कोड स्कैम से बच सकते हैं. गौरतलब है कि नकली क्यूआर कोड को देखकर पहचाना नहीं जा सकता है, क्योंकि हर क्यूआर कोड एक जैसा ही दिखता है. लेकिन कुछ बातों को लेकर सावधानी बर्ती जाए, तो आप खुद को फ्रॉड से बचा सकते हैं.