लखनऊःअयोध्या में भगवान राम जन्मभूमि पर भगवान राम लला के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया. एक ओर उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या को देश के सबसे बड़े धार्मिक और टूरिस्ट प्लेस के तौर पर विकसित करने जा रही है. इसी को देखते हुए आने वाले दिनों में अयोध्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी संख्या में पहुंचने की उम्मीद है. ऐसे में अयोध्या आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के रहने और उनके खाने-पीने अधिक व्यवस्था के लिए वहां पर होटल और रूम स्टे की व्यवस्था की जानी है.
इसी को देखते हुए देश के करीब 158 से अधिक होटल व्यवसाइयों ने अयोध्या व उसके आसपास होटल विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा है. पर्यटन विभाग को मिले प्रस्ताव में अयोध्या में होटल, रेस्टोरेंट और रिजॉर्ट आदि का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है. इसमें 108 होटल व्यवसाइयों ने 2446 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव दिया. अयोध्या धाम आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को उचित दर पर ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था हो इसके लिए होटल बनाने के जितने भी प्रस्ताव आए हैं.
उन सभी को पर्यटन विभाग सब्सिडी देगा. इन सभी प्रस्तावों को विभाग की ओर से तैयार किए गए नए होटल रेटिंग के तहत इनको तैयार किया जाएगा. प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने बताया कि कुल 158 होटल व्यवसाइयों ने अयोध्या में होटल रिसोर्ट और रेस्टोरेंट खोलने के लिए प्रस्ताव भेजे हैं. उन्होंने बताया कि प्राप्त प्रस्ताव में से 108 प्रस्ताव ऐसे हैं, जिन्होंने अयोध्या में कितना इन्वेस्ट करना है, इसके भी प्रपोजल भेजे हैं. 108 प्रस्ताव जो पर्यटन विभाग को मिले हैं. पूरे अयोध्या में 2446.46 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट होटल व्यवसायी करना चाहते हैं.