सरगुजा :हमारे आसपास लाखों औषधियां मौजूद हैं.इसके साथ ही कुदरत ने प्राकृतिक रूप में हमें ऐसी सब्जियां भी दी हैं.जिनका हर एक हिस्सा हमारे शरीर के लिए जरुरी है.फिर चाहे वो पत्तियां हो,फूल हो या उसमें लगने वाला फल.ऐसे पेड़ों को न्यूट्रीशन का हॉर्स पावर कहा जाता है.क्योंकि इनके हर एक हिस्से में पोषक तत्व छिपे रहते हैं.लेकिन जानकारी के अभाव में हम इनका इस्तेमाल नहीं करते.आज ऐसी ही एक सब्जी के बारे में हम आपको बताएंगे.जिसे यदि आपने अपने खाने में शामिल कर लिया तो समझिए शरीर के लिए जरुरी पोषक तत्वों की कमी आपने पूरी कर ली.
न्यूट्रीशन का हॉर्स पावर :गंभीर रूप से बीमार लोगों को अक्सर डॉक्टर डाइट में न्यूट्रीशन फूड एड करने की सलाह देते हैं.ताकि उनकी रिकवरी जल्द से जल्द हो सके.क्योंकि डॉक्टर्स को ये पता होता है कि दवाईयों से शरीर की हर जरुरत पूरी नहीं हो सकती.इसलिए स्वस्थ्य होने के लिए संतुलित खानपान बेहद जरुरी है.इसलिए बीमार व्यक्ति को न्यूट्रीशन वैल्यू वाले फल और सब्जियों को खाने को कहा जाता है.तो आज हम आपको ऐसे ही सब्जी के बारे में बताने जा रहे हैं,जो न्यूट्रीशन का हॉर्स पावर है.बच्चों से लेकर बूढ़े तक हर कोई इसका इस्तेमाल कर सकता है.अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज की डायटीशियन सुमन सिंह ने इस बारे में जानकारी दी है.
मुनगा से हर मर्ज का इलाज :डायटीशियन सुमन सिंह के मुताबिक भारत में एक ऐसी सब्जी मिलती है जिसका इस्तेमाल प्राय: सभी लोग करते हैं.लेकिन इसके पूरी उपयोगिता को बहुत कम ही लोग जानते हैं.इस सब्जी का नाम है मुनगा. जिसे सहजन या ड्रमस्टिक भी कहा जाता है. मुनगा का वैज्ञानिक नाम मोनेरेगा आलीफेरिया है. मुनगे के पेड़ के हर हिस्से में औषधीय गुण हैं. इसलिए इसे न्यूट्रीशन का हॉर्स पावर कहा जाता है. सौ ग्राम मुनगे में 10 कैलोरी मिलती है. कार्ब्स और 9 से 10 ग्राम प्रोटीन मिलता है. इसका आब्जर्ब्शन बहुत अच्छा होता है.मनुगे में आयरन, कैल्शियम समेत एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं.ड्रमस्टिक में विटामिन सी भी होता है.जो घाव को भरने और स्किन के लिए जरुरी है.
डायबिटीज मरीजों के लिए रामबाण :सुमन सिंह की माने तोक्लीनिकली डायबटीज के रोगी मुनगे का इस्तेमाल कर सकते हैं. क्योंकि ये ब्लड ग्लूकोज को कम करने का काम करता है. सामान्य भाजियों से इसका गुण बहुत अलग है. प्री डायबटीज इससे ठीक रखा जा सकता है. हाइपरटेंशन और बीपी के मरीजों के लिए भी लाभकारी है. क्योंकि इसमें सोडियम कम मात्रा में होती है और फास्फोरस अधिक होता है. ये बीपी के मरीजों का बीपी लेबल कंट्रोल रखता है. ये हमारी धमनियों को लचीला बनाता है.जिससे ब्लड को आने जाने में आसानी होती है.