जांजगीर चांपा: जिला मुख्यालय से महज 5 किमी दूर खोखरा गांव में अपराधियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया. बदमाशों ने गार्ड को गोली मारकर रुपए से भरा बैग लूट लिया. बताया जा रहा है कि बैग में 78 लाख रुपए थे. बैग में जो रुपए रखे थे वो शराब दुकान से कलेक्शन कर ले जाए जा रहे थे. बदमाशों ने बड़े ही शातिराना अंदाज में पहले कार को रोका फिर रुपए से भरा बैग लूट लिया. विरोध करने वाले गार्ड को बदमाशों ने गोली मार दी.
शहर में 78 लाख की लूट: लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश मौके से भाग निकले. पुलिस ने नाकेबंदी कर बदमाशों की तलाश तेज कर दी है. पुलिस के हाथ अबतक कोई भी सुराग लुटेरों से जुड़ा नहीं मिला है. जख्मी गार्ड को आनन फानन में पहले जिला अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने बताया कि मरीज की हालत गंभीर है. मरीज को ऑपरेशन की सख्त जरुरत है. गार्ड को सिम्स रेफर किया गया है. गार्ड के शरीर में गोली फंसी हुई है.
गार्ड शैलेंद्र सिंह बैस को अस्पताल लाया गया था. गार्ड के पैर में गोली लगी है. गोली पैर में ही फंसी रह गई है. मरीज का यहां पर ऑपरेशन नहीं हो सकता है. एक्सपर्ट डॉक्टरों के जरिए सिम्स में इलाज संभव है. मरीज को बिलासपुर सिम्स के लिए रेफर किया गया है - दीपक जायसवाल, डॉक्टर, जिला अस्पताल, जांजगीर चांपा
शराब दुकानों की कलेक्शन मनी लूटी: बताया जा रहा है कि जिस पैसे को लूटा गया वो शराब दुकानों से कलेक्शन का पैसा था. शराब दुकानों से कलेक्शन करने वाले गार्ड के साथ घोखरा की शराब दुकान पर पहुंचे थे. शराब दुकान के पास ही इस वारदात को लुटेरों ने अंजाम दिया. घटना की खबर मिलते ही पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए. लुटेरों की पतासाजी के लिए पुलिस की टीमों को रवाना किया गया है.
घटना शाम 4 बजे के आस पास की है. कलेक्शन करने वाली गाड़ी आकर शराब दुकान पर खड़ी हुई. कार के भीतर से तीन से चार लोग उतरे. कार के ठीक पीछे आकर एक बाइक रुकी. बाइक पर दो लोग सवार थे. बाइक के पीछे बैठा युवक अचानक से उतरा और गार्ड को गोली मार दी. गोली की आवाज सुनते ही अफरा तफरी मच गई. बाइक सवार युवकों ने कार से पैसों से भरा बैग निकाला और भाग गए - मोनू राठौर, प्रत्यक्षदर्शी
कलेक्शन के लिए आते हैं रोज कर्मचारी: शराब बिक्री की राशि को जमा करने की हर दिन की एक प्रक्रिया होती है. सीएमएस यानि कैश वैन के साथ एक सुरक्षाकर्मी और कर्मचारी हर शराब दुकान पर पहुंचते हैं. हर दिन की बिक्री की राशि को लेकर वैन में जमा करते जाते हैं. सोमवार को छुट्टी होने के चलते शराब दुकानों का कैश जमा नहीं हो पाया था. अभी ये पुष्टि नहीं हो पाई है कि कुल कितना कलेक्शन हुआ था. कहा जा रहा है कि लूट की रकम ज्यादा या कम भी हो सकती है. पुलिस से जब इस संबंध में मीडिया ने जानकारी मांगी तो उसने कुछ भी कहने से मना कर दिया.