वाराणसी: ज्ञानवापी परिसर के अंदर वजूखाने में कथित शिवलिंग मिलने की आज वर्षगांठ है. इस मौके पर हिंदू पक्ष के अधिवक्ता और वादी महिलाएं बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने पहुंची. ज्ञानवापी परिसर में कथित शिवलिंग का पूजा श्रृंगार, रागभोग स्थल पर अधिकार समेत कई मुकदमों की सुनवाई अभी जारी है.
दो साल पहले कोर्ट कमिश्नर कार्रवाई के दौरान यहां पर कथित शिवलिंग मिला था. जिसे मुस्लिम पक्ष फव्वारा बता रहा है. इस स्थान पर मिले शिवलिंग को लेकर आज 2 वर्ष पूर्ण होने पर इसकी वर्षगांठ मनाई जा रही है.
गुरुवार को हिंदू पक्ष के अधिवक्ताओं के साथ वादी महिलाएं विश्वनाथ मंदिर पहुंचीं और दर्शन पूजन के बाद विश्वनाथ जी से वजू स्थल में बंद बाबा की रिहाई की गुहार लगाई. महिलाओं और अधिवक्ताओं ने विश्वनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक और पूजन पाठ किया है.
तहखाने में दर्शन पूजन के बाद विश्वनाथ धाम में हर हर महादेव के उद्घोष के साथ मंदिर पहुंचीं वादी महिलाएं सीता साहू, लक्ष्मी देवी रेखा पाठक और मंजू व्यास सहित अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी, सुभाष नंदन चतुर्वेदी लक्ष्मी देवी के पति और पैरोकार सोहनलाल आर्य ने भगवान विश्वनाथ के दर्शन पूजन और पाठ संपन्न किया.
हिंदू पक्ष के अधिवक्ता का कहना है कि कमिश्नर सर्वे में मिली आकृति सर्वे में भी ऐसा हो गया है. इसकी स्थिति बदली गई है. इसलिए हमारी मांग है कि परिसर में बाबा आदि विशेश्वर का मंदिर जल्द से जल्द बने और परिसर को पूरी तरह से मुक्त किया जाए. बता दें कि 16 में 2022 को कमीशन कार्रवाई के दौरान यहां पर शिवलिंग की आकृति मिली थी.
ये भी पढ़ेंःराहुल गांधी दाढ़ी ट्रिम कराने जिस कुर्सी पर बैठे, उस पर बैठने को लगी ग्राहकों की कतार, नाई की किस्मत खुली
ये भी पढ़ेंःज्ञानवापी परिसर में मुस्लिम पक्ष का प्रवेश रोकने व कुछ और अपीलों पर कोर्ट आज करेगा सुनवाई