पटना : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा हमेशा से अपने बयानों से सुर्खियों में बने रहते हैं. एक बार फिर से उन्होंने आराक्षण को लेकर जो बयान है उसपर राजनीति होनी तय है. हिमंत बिस्वा सरमा बेगूसराय में जनसभा को संबोधित कर पटना लौटे थे. इस दौरान उन्होंने इंडिया गठबंधन पर जमकर तंज कसा.
'मुसलमान का आरक्षण खत्म होना चाहिए' :दरअसल, कुछ दिनों पहले आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मुस्लिमों को आरक्षण का दायरा बढ़ाने की वकालत की थी. हालांकि वह अपने बयान से यू टर्न ले लिए थे, लेकिन बीजेपी के नेता इस लालू के बयान पर जमकर बयानबाजी कर रहे हैं. हिमंत बिस्वा सरमा ने तो यहां तक कह डाला कि, ''हमारा यह मानना है कि मुसलमान को जो आरक्षण मिल रहा है, वह भी खत्म हो जाना चाहिए.''
'धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता' :असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्नाटक, बेंगलुरु, आंध्र प्रदेश में मुस्लिमों को जो आरक्षण मिल रहा है, वह भी खत्म होना चाहिए. लालू यादव के बयान का हवाला देते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि, ''भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता है. बाबा साहेब के खिलाफ जो भी जाएंगे, उनके साथ हम लोग जंग लड़ेंगे.''
''एनडीए की सरकार बनी तो, ऑक्यूपाइड कश्मीर (POK) है उसे भी भारत में लेंगे. जो कृष्ण जन्मभूमि है उसे भी मुक्त करना है. ज्ञानवापी मस्जिद खत्म होकर काशी विश्वनाथ की तरह भव्य मंदिर बनेगा. यूनिफॉर्म सिविल कोड बनेगा.''- हिमंत बिस्वा सरमा, असम के मुख्यमंत्री