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हिंदी पट्टी वाले राज्यों में BJP का अपना सीएम फेस, लेकिन बिहार में नीतीश के भरोसे क्यों? - BJP BIHAR CM FACE

हिन्दी पट्टी में बीजेपी बिहार को छोड़कर अधिकांश प्रदेशों में जगह बना चुकी है. उन प्रदेशों में बीजेपी का अपना सीएम है लेकिन बिहार में...पढ़ें-

बिहार में बीजेपी नीतीश भरोसे?
बिहार में बीजेपी नीतीश भरोसे? (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 9, 2025, 9:53 PM IST

पटना : दिल्ली चुनाव जीतने के बाद अब बिहार में इस साल बिहार विधानसभा का चुनाव होना है. हिंदी पट्टी के राज्यों में से बिहार एकमात्र राज्य है जहां बीजेपी का अपना मुख्यमंत्री अब तक नहीं बना है. 2005 से लगातार उपमुख्यमंत्री बीजेपी का ही बनता रहा है, जब विपक्ष में बीजेपी थी तो नेता प्रतिपक्ष भी बीजेपी का था, लेकिन अब तक बीजेपी का मुख्यमंत्री नहीं बन सका है.

बिहार में बीजेपी नीतीश भरोसे? : विपक्ष बीजेपी पर यह आरोप लगाती रही है कि उसके पास मुख्यमंत्री का कोई चेहरा नहीं है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बीजेपी बिहार में सरकार बनाती रही है. वहीं बीजेपी के कुछ नेता अब यह भी कहने लगे हैं कि नीतीश कुमार बीजेपी के ही मुख्यमंत्री हैं.

बिहार में बीजेपी नीतीश भरोसे? (ETV Bharat)

बीजेपी के लिए बिहार में अपना सीएम बनाना एक सपना : राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बिहार में बीजेपी के पास कोई ऐसा चेहरा नहीं है, जो नीतीश कुमार के कद के बराबर हो. यही कारण है कि बीजेपी को नीतीश कुमार के भरोसे रहना पड़ता है. अगर बीजेपी नीतीश कुमार के साथ नहीं रहती, तो वह पाला बदल सकते हैं, जिससे सत्ता का संतुलन बिगड़ सकता है. बिहार की जातिवादी राजनीति के कारण बीजेपी को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है. 2015 में जब बीजेपी ने अपने दम पर मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश की थी, तब वह सफल नहीं हो पाई थी.

नीतीश कुमार की भूमिका और बीजेपी की मजबूरी : नीतीश कुमार ने अपने काम के दम पर बिहार में आधी आबादी और अति पिछड़ा वर्ग में एक खास स्थान बना लिया है. लव कुश समीकरण पर भी उनकी पकड़ मजबूत है. बीजेपी के लिए नीतीश कुमार की भूमिका इसलिए भी अहम है, क्योंकि उनके बिना आरजेडी को सत्ता से बाहर रखना मुश्किल है. 2020 में जब जदयू को 43 सीट मिलीं और बीजेपी को 74, तब भी बीजेपी अपना मुख्यमंत्री नहीं बना पाई. इस बार भी बिहार बीजेपी के नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं.

पीएम मोदी और सीएम नीतीश
पीएम मोदी और सीएम नीतीश (ETV Bharat)

बीजेपी के लिए मुख्यमंत्री चेहरा एक समस्या : बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह का कहना है कि ''नीतीश कुमार बीजेपी के ही मुख्यमंत्री हैं और भविष्य में भी वही रहेंगे.'' वहीं, आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद का कहना है कि ''बीजेपी के पास बिहार में मुख्यमंत्री का कोई चेहरा नहीं है और वह नीतीश कुमार के भरोसे ही राजनीति कर रही है.'' जदयू के नेता भी नीतीश कुमार के अलावा किसी अन्य चेहरे पर चर्चा करने से इंकार करते हैं.

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अरविंद सिंह, बीजेपी प्रवक्ता (ETV Bharat)

बिहार में बीजेपी की राजनीति और नीतीश कुमार की स्थिति : 2005 से अब तक बिहार में एनडीए की सरकार रही है, जब नीतीश कुमार एनडीए के साथ थे. जब नीतीश कुमार ने एनडीए छोड़ दिया, तब बीजेपी ने सुशील मोदी को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किया था, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए. हाल में सम्राट चौधरी का नाम भी चर्चा में था, लेकिन नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी के बाद वह भी खत्म हो गया. इस बार विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कर रही है.

संजय गांधी, जेडीयू एमएलसी
संजय गांधी, जेडीयू एमएलसी (ETV Bharat)

महाराष्ट्र से अलग बिहार की राजनीतिक स्थिति : बीजेपी के लिए बिहार में मुख्यमंत्री बनाना एक सपना बनकर रह गया है. राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बिहार की राजनीतिक स्थिति महाराष्ट्र से अलग है और जब तक नीतीश कुमार का प्रभाव कायम रहेगा, तब तक बीजेपी के लिए अपना मुख्यमंत्री बनाना संभव नहीं दिखता है.

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पटना : दिल्ली चुनाव जीतने के बाद अब बिहार में इस साल बिहार विधानसभा का चुनाव होना है. हिंदी पट्टी के राज्यों में से बिहार एकमात्र राज्य है जहां बीजेपी का अपना मुख्यमंत्री अब तक नहीं बना है. 2005 से लगातार उपमुख्यमंत्री बीजेपी का ही बनता रहा है, जब विपक्ष में बीजेपी थी तो नेता प्रतिपक्ष भी बीजेपी का था, लेकिन अब तक बीजेपी का मुख्यमंत्री नहीं बन सका है.

बिहार में बीजेपी नीतीश भरोसे? : विपक्ष बीजेपी पर यह आरोप लगाती रही है कि उसके पास मुख्यमंत्री का कोई चेहरा नहीं है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बीजेपी बिहार में सरकार बनाती रही है. वहीं बीजेपी के कुछ नेता अब यह भी कहने लगे हैं कि नीतीश कुमार बीजेपी के ही मुख्यमंत्री हैं.

बिहार में बीजेपी नीतीश भरोसे? (ETV Bharat)

बीजेपी के लिए बिहार में अपना सीएम बनाना एक सपना : राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बिहार में बीजेपी के पास कोई ऐसा चेहरा नहीं है, जो नीतीश कुमार के कद के बराबर हो. यही कारण है कि बीजेपी को नीतीश कुमार के भरोसे रहना पड़ता है. अगर बीजेपी नीतीश कुमार के साथ नहीं रहती, तो वह पाला बदल सकते हैं, जिससे सत्ता का संतुलन बिगड़ सकता है. बिहार की जातिवादी राजनीति के कारण बीजेपी को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है. 2015 में जब बीजेपी ने अपने दम पर मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश की थी, तब वह सफल नहीं हो पाई थी.

नीतीश कुमार की भूमिका और बीजेपी की मजबूरी : नीतीश कुमार ने अपने काम के दम पर बिहार में आधी आबादी और अति पिछड़ा वर्ग में एक खास स्थान बना लिया है. लव कुश समीकरण पर भी उनकी पकड़ मजबूत है. बीजेपी के लिए नीतीश कुमार की भूमिका इसलिए भी अहम है, क्योंकि उनके बिना आरजेडी को सत्ता से बाहर रखना मुश्किल है. 2020 में जब जदयू को 43 सीट मिलीं और बीजेपी को 74, तब भी बीजेपी अपना मुख्यमंत्री नहीं बना पाई. इस बार भी बिहार बीजेपी के नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं.

पीएम मोदी और सीएम नीतीश
पीएम मोदी और सीएम नीतीश (ETV Bharat)

बीजेपी के लिए मुख्यमंत्री चेहरा एक समस्या : बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह का कहना है कि ''नीतीश कुमार बीजेपी के ही मुख्यमंत्री हैं और भविष्य में भी वही रहेंगे.'' वहीं, आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद का कहना है कि ''बीजेपी के पास बिहार में मुख्यमंत्री का कोई चेहरा नहीं है और वह नीतीश कुमार के भरोसे ही राजनीति कर रही है.'' जदयू के नेता भी नीतीश कुमार के अलावा किसी अन्य चेहरे पर चर्चा करने से इंकार करते हैं.

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अरविंद सिंह, बीजेपी प्रवक्ता (ETV Bharat)

बिहार में बीजेपी की राजनीति और नीतीश कुमार की स्थिति : 2005 से अब तक बिहार में एनडीए की सरकार रही है, जब नीतीश कुमार एनडीए के साथ थे. जब नीतीश कुमार ने एनडीए छोड़ दिया, तब बीजेपी ने सुशील मोदी को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किया था, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए. हाल में सम्राट चौधरी का नाम भी चर्चा में था, लेकिन नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी के बाद वह भी खत्म हो गया. इस बार विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कर रही है.

संजय गांधी, जेडीयू एमएलसी
संजय गांधी, जेडीयू एमएलसी (ETV Bharat)

महाराष्ट्र से अलग बिहार की राजनीतिक स्थिति : बीजेपी के लिए बिहार में मुख्यमंत्री बनाना एक सपना बनकर रह गया है. राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बिहार की राजनीतिक स्थिति महाराष्ट्र से अलग है और जब तक नीतीश कुमार का प्रभाव कायम रहेगा, तब तक बीजेपी के लिए अपना मुख्यमंत्री बनाना संभव नहीं दिखता है.

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