ओडिशा और छत्तीसगढ़ बना गांजा तस्करों का रूट, एमपी के स्मगलर्स की गिरफ्तारी से खुलासा - Ganja Smugglers arrested in deobhog
छत्तीसगढ़ का गरियाबंद गांजा तस्करों का रुट बनता जा रहा है. मंगलवार को दो आरोपी ओडिशा से गांजे की खेप लेकर आ रहे थे. इस दौरान देवभोग पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया है. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं और इनके पास से तीन लाख का गांजा बरामद हुआ है.
गरियाबंद: छत्तीसगढ़ में गांजे की तस्करी का सिलसिला धड़ल्ले से जारी है. गरियाबंद में तीन लाख रुपये के गांजे के साथ दो तस्कर दबोचे गए हैं. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि गांजे की खेप ओडिशा से लाई जा रही थी. तभी गरियाबंद पुलिस ने देवभोग इलाके में दो तस्करों को गांजे के साथ गिरफ्तार किया है. यह गांजा मध्यप्रदेश ले जाया जा रहा था. पुलिस नशे के दोनों तस्करों से पूछताछ में जुट गई है.
मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई: गरियाबंद पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दो गांजा तस्कर ओडिशा से गांजे की खेप बस में छिपाकर लेकर आ रहे है. इसके बाद गरियाबंद पुलिस ने बस स्टैंड पर चेकिंग की कार्रवाई की. इस दौरान कुल 26 किलो 800 ग्राम गांजा बरामद किया गया.कुल 12 पैकेट में गांजा छिपाकर ले जाया जा रहा था. आरोपियों ने इसे एक बैग में रखा था और इसको ढो रहे थे. इस गांजे की कीमत 3 लाख रुपये आंकी गई है.
मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं गांजा तस्कर: पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि गिरफ्त में आए दोनों तस्कर मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं. दोनों आरोपी मध्यप्रदेश के शाजापुर के निवासी बताए जा रहे हैं. पुलिस इन आरोपियों को लेकर मध्यप्रदेश की पुलिस से भी संपर्क कर रही है.
"देवभोग से रायपुर जाने वाली बस में दो लोग गांजा लेकर जा रहे थे. दो आरोपियों अमजद और अरशद को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से 26 किलो 800 ग्राम गांजा बरामद किया गया है. इसका मूल्य तीन लाख रुपये है. दोनों आरोपी मध्यप्रदेश शाजापुर के रहने वाले हैं और एमपी में गांजा खपाने के लिए गांजे की खेप लेकर जा रहे थे": गोपाल वैश्य, एसडीओपी, गरियाबंद
ओडिशा से लाई जा रही थी गांजे की खेप: ओडिशा से वाया छत्तीसगढ़ होते हुए झारखंड, मध्यप्रदेश, बिहार और यूपी तक गांजे की तस्करी की जाती है. गरियाबंद जिला ओडिशा की सीमा से सटा हुआ है. यही वजह है कि गांजा तस्कर इस रूट का उपयोग करते हैं. छत्तीसगढ़ पुलिस लगातार गांजा तस्करों के खिलाफ अभियान चलाती रहती है. यही वजह है कि नशे की तस्करी करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी हो रही है.