जयपुर : पूर्व राज्यसभा सांसद और राजस्थान के पूर्व DGP डॉ. ज्ञानप्रकाश पिलानिया का रविवार देर शाम को जयपुर में निधन हो गया था. वे पिछले कुछ दिनों से बीमार थे. डॉ. पिलानिया 31 अगस्त 1988 से लेकर 21 दिसंबर 1989 तक राजस्थान के DGP रहे थे. DGP रहते हुए पिलानिया को पुलिस सुधारों के लिए जाना जाता रहा था. डॉ. ज्ञानप्रकाश पिलानिया वर्ष 1955 में आईपीएस बने थे. उसके बाद वे आरपीएससी के सदस्य भी रहे. पिलानिया ने एनलाइटन गवर्नमेंट इन मॉडर्न इंडिया : हेरिटेज ऑफ सवाई जयसिंह नाम से किताब भी लिखी थी.
जाट आरक्षण आंदोलन में की थी अगुवाई :रिटायर्ड होने के बाद डॉ. ज्ञान प्रकाश पिलानिया ने जाट आरक्षण आंदोलन की अगुवाई की थी. जाटों को ओबीसी में शामिल करने के लिए चले लंबे आंदोलन का पिलानिया ने नेतृत्व किया था. इसके बाद वे बीजेपी में शामिल हो गए थे. वे बीजेपी से दो बार राज्यसभा के सांसद रहे. उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी उनके निधन पर श्रद्धांजलि व्यक्त की है. साथ ही IPS अधिकारियों ने भी पिलानिया के निधन पर दुख जताया है.