गया:देश की प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान बिहार के मगध विश्वविद्यालय बोधगया की डिग्री फर्जी तरीके से विदेश में बेची गई. म्यांमार में इस तरह की कई डिग्रियां बेचे जाने का मामला सामने आया है. माना जा रहा है कि इस तरह का कारनामा कर लाखों-करोड़ों का खेल हुआ है.
विदेश में बांटी गई मगध विवि की फर्जी डिग्रियां: इस मामले को लेकर फिलहाल मगध विश्वविद्यालय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. प्राथमिकी में दो शिक्षकों को नामजद आरोपित बनाया गया है. इस मामले को लेकर मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी शाही ने कहा है कि इस तरह का मामला सामने आया है.
विदेश में बांटी गई मगध विवि की फर्जी डिग्रियां (ETV Bharat) "म्यांमार में फर्जी डिग्रियां बांटी गई है. मगध विश्वविद्यालय के बौद्ध अध्ययन विभाग के दो शिक्षकों ने मानद की डिग्री फर्जी तरीके से बांटी है. डिग्री में जो दस्तखत है, वह भी फर्जी है और जो डिग्री बांटी गई है, वह भी फर्जी है. इस तरह से फर्जीवाड़े का खेल किया गया है. मामले में जांच शुरू कर दी गई है."-प्रोफेसर एसपी शाही, कुलपति, मगध विश्वविद्यालय बोधगया
गवर्नर तक पहुंचा था मामला: मगध विश्वविद्यालय में 11 दिसंबर को अहिल्याबाई होलकर की त्रिशताब्दी समारोह का आयोजन हुआ था. इसमें बिहार के गवर्नर राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए थे. गवर्नर को मगध विश्वविद्यालय के दो शिक्षकों की ओर से फर्जी डिग्री बांटने का मामला संज्ञान में था. उन्होंने इस मामले को लेकर मगध विश्वविद्यालय के वीसी को कार्रवाई करने का आदेश दिया था.
ईटीवी भारत GFX (ETV Bharat) दो शिक्षकों पर प्राथमिकी:मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी शाही का हस्ताक्षर बनाकर विदेशों में मगध विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्रियां बांटी गई है. इस तरह का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. इस मामले को लेकर मगध विश्वविद्यालय थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. मगध विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर उपेंद्र कुमार ने प्राथमिकी में दो शिक्षकों को नामजद बनाया है. केस दर्ज कर मगध विश्वविद्यालय थाने की पुलिस जांच में जुट गई है.
म्यांमार में बांटी गई डिग्री: इस संबंध में मगध विश्वविद्यालय थाने में दर्ज प्राथमिकी में मगध विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर उपेंद्र कुमार ने कहा है कि मगध विश्वविद्यालय के बौद्ध अध्ययन विभाग के शिक्षक विष्णु शंकर एवं कैलाश प्रसाद के द्वारा म्यांमार जाकर विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्री बांटी गई है. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर मगध विश्वविद्यालय की पुलिस छानबीन में जुट गई है.
ईटीवी भारत GFX (ETV Bharat) "सोशल मीडिया माध्यमों फेसबुक आदि से जानकारी मिली कि मगध विश्वविद्यालय के बौद्ध अध्ययन विभाग में कार्यरत शिक्षक विष्णु शंकर और कैलाश प्रसाद ने मिलकर बीते 29 सितंबर 2024 को म्यांमार की राजधानी यंगून में जाकर फर्जी तरीके से मगध विश्वविद्यालय की ओर से कई लोगों को मानद की फर्जी डिग्री वितरित की. मगध विश्वविद्यालय के नाम पर अनाधिकृत रूप से मानद डिग्री वितरित करना एक संज्ञेय अपराध है."- प्रोफेसर उपेंद्र कुमार, कुलानुशासक, मगध विश्वविद्यालय
ईटीवी भारत GFX (ETV Bharat) काफी संख्या में फर्जी डिग्री बांटे जाने का खेल: इस तरह मगध विश्वविद्यालय के बौद्ध अध्ययन विभाग के दो शिक्षकों द्वारा काफी संख्या में मगध विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्री म्यांमार में बांटे जाने का मामला सामने आया है. वहीं, इस मामले को लेकर मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी शाही ने कहा है, कि इस तरह का मामला सामने आने के बाद हमारे द्वारा कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
"आवेदन प्राप्त हुआ है, इस मामले की जांच की जा रही है. खास कर इन दोनों शिक्षकों को लेकर सभी बिंदु पर जांच की जा रही है. पहले भी क्या इस तरह इनकी ओर से डिग्री बांटी गई है, उसकी भी जांच की जा रही है. केस दर्ज कर लिया गया है."- रणविजय, थाना अध्यक्ष
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