बुलंदशहर :जिले में सोमवार की रात 8 बजे बड़ा हादसा हो गया. ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से दो मंजिला पूरा मकान जमींदोज हो गया. हादसे में पति-पत्नी समेत छह लोगों की मौत हो गई. कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. हादसे के दौरान मकान में करीब 19 लोग मौजूद थे. मरने वालों में 3 साल की बच्ची के साथ ही दंपत्ति और उनका परिवार भी शामिल है. डीएम चंद्र प्रकाश सहित एडीएम एसपी सिटी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा.
सिकंदराबाद थाना क्षेत्र में गुलावठी रोड की आशापुरी कॉलोनी में निवासी राजुद्दीन की पत्नी रुखसाना की तबीयत खराब चल रही थी. वह एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती थीं. सोमवार शाम को उन्हें अस्पताल से घर में शिफ्ट किया गया. घर आने के बाद रुखसाना को सांस लेने में समस्या होने लगी. इस पर परिजन घर पर ही सिलेंडर से ऑक्सीजन लगाने लगे. सिलेंडर सेट नहीं हुआ और अचानक विस्फोट हो गया.
इससे दो मंजिला पूरा मकान भरभराकर गिर गया. मलबे में कई लोग दब गए. मोहल्ले वालों ने इसकी सूचना पुलिस-प्रशासन को दी. थाना प्रभारी समेत पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई. एसपी सिटी, एसडीएम, सीओ और दमकल विभाग भी मौके पर पहुंचे. JCB की मदद से लिंटर हटाया गया. डीएम चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि अब तक 11 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. कई लोगों को अस्पताल भेजा गया है. फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
मकान के मलबे में राजुद्दीन, पत्नी रुखसाना समेत अन्य दब गए. हादसे के बाद मौके पर पहुंचे लोगों ने मलबे से 8 लोगों को निकाला. इनमें राजुद्दीन (58), पत्नी रुखसाना (45), बेटा 26 वर्षीय आस मोहम्मद, बेटा सलमान (11), बहू तमन्ना (24) और उसकी बेटी हिफजा (3) शामिल हैं. इन्हें अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया.
एसडीएम रेनू सिंह और सीओ पूर्णिमा सिंह सहित अन्य अधिकारी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हैं. अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अभिषेक सिंह के अनुसार, पुलिस प्रशासन की ओर से रेस्क्यू जारी है. घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. मलबे को हटाकर उसमें कोई और तो नहीं है, यह देखा जा रहा है.
अचानक हुए धमाके से पड़ोसियों के साथ कॉलोनी के लोग सहम उठे. धमाके की आवाज के बाद एकाएक लोग घरों से बाहर निकले और मौके की ओर दौड़े. कॉलोनी में रहने वाले एक युवक ने बताया कि विस्फोट की आवाज से ऐसा लगा कि किसी ने बम गिरा दिया हो. काफी दूर तक मकानों में रहने वालों को ऐसा महसूस हुआ, जैसे भूकंप आया है. बदहवास स्थिति में लोग घरों से बाहर निकले तो हादसे की जानकारी हुई.