चेन्नई:मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव क्षेत्र अब गहरे दबाव में तब्दील हो गया है और बुधवार को इसके चक्रवात फेंगल में तब्दील होने की संभावना है, जो अगले दो दिनों में उत्तर-उत्तरपश्चिम दिशा में तमिलनाडु तट की ओर बढ़ेगा.
बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण तमिलनाडु के विभिन्न जिलों में व्यापक बारिश हो रही है. जानकारी के मुताबिक कल रात से चेन्नई और उसके उपनगरों में कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश हो रही है.
मौसम विभाग के मुताबिक चेन्नई, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू और तिरुवल्लूर जिलों में 26, 27 और 28 नवंबर को भारी बारिश होने की संभावना है. मंगलवार को गहरा दबाव त्रिंकोमाली से लगभग 310 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व, नागपट्टिनम से 590 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व, पुडुचेरी से 710 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व तथा चेन्नई से 800 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में स्थित था.
आईएमडी ने मंगलवार को कहा, "इसके उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ते रहने की पूरी संभावना है. इसके बाद यह अगले दो दिनों तक श्रीलंका तट को घेरते हुए तमिलनाडु तट की ओर उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा."
इन इलाकों में बारिश की संभावना
मौसम विभाग के दक्षिणी क्षेत्र प्रमुख बालचंद्रन ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आज (26 नवंबर) मयिलादुथुराई, कराईकल, तिरुवरुर और नागपट्टिनम जिलों में एक या दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश होगी. वहीं, चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम, पुडुचेरी, कुड्डालोर, अरियालुर, तंजावुर, पुदुक्कोट्टई, शिवगंगा और रामनाथपुरम जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग के अनुसार कल (27 नवंबर) कुड्डालोर और मयिलादुथुराई जिलों में एक या दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश होगी, जबकि तिरुवरुर से पुदुक्कोट्टई तक उत्तरी तटीय जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. इसी तरह 28 नवंबर को चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू और विल्लुपुरम जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
इसके अलावा तिरुवन्नामलाई, कल्लाकुरिची और कुड्डालोर जिलों में भी भारी बारिश हो सकती है. इतना ही नहीं 29 तारीख को तिरुवल्लूर, चेन्नई, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है.
मछुआरों को चेतावनी जारी
इस बीच मछुआरों को इन क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि 30 तारीख तक कोमरीन सागर, मन्नार की खाड़ी, तमिलनाडु तट से सटे इलाकों, मध्य पश्चिम बंगाल सागर और दक्षिण पश्चिम बंगाल सागर में चक्रवाती हवाएं चलने की संभावना है.
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