नई दिल्ली: मणिपुर के मुद्दे को लेकर विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार को पूरी ताकत से घेरने को कोशिशों में जुटी नजर आ रही है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी हाल में मणिपुर का दौरा करके लौटे हैं. उन्होंने गुरुवार को कहा कि, कांग्रेस और इंडिया गठबंधन मिलकर मणिपुर में शांति बहाली का मुद्दा संसद में पूरी ताकत से उठाएंगे. कांग्रेस नेता ने कहा कि, मणिपुर की त्रासदी को खत्म करने के लिए मोदी सरकार पर दबाव बनाया जाए. उन्होंने फिर से दोहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यक्तिगत रूप से मणिपुर का दौरा करने की नसीहत दे डाली. राहुल ने कहा कि, पीएम मोदी मणिपुर के लोगों की समस्या सुनकर शांति की अपील करनी चाहिए.
'मणिपुर की स्थिति में कोई सुधार नहीं'
राहुल गांधी ने सोमवार को हिंसा प्रभावित राज्य की अपनी एक दिवसीय यात्रा के दौरान मणिपुर के लोगों के साथ अपनी बातचीत का एक वीडियो साझा करते हुए एक्स पर हिंदी में एक पोस्ट में यह टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि, 'जब से वहां हिंसा भड़की है तब से वे तीन बार मणिपुर का दौरा कर चुके हैं, मगर अफसोस स्थिति में कोई सुधार नहीं है. राहुल ने कहा कि, आज भी राज्य दो हिस्सों में बंटा हुआ है. घर जल रहे हैं, निर्दोष लोगों की जान खतरे में है और हजारों परिवार मजबूर हैं और राहत शिविरों में रह रहे हैं.
'पीएम मोदी मणिपुर का दौरा करना चाहिए'
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री को व्यक्तिगत रूप से मणिपुर का दौरा करना चाहिए, राज्य के लोगों की समस्याएं सुननी चाहिए और शांति की अपील करनी चाहिए. कांग्रेस नेता ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी और भारत इस त्रासदी को खत्म करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए संसद में पूरी ताकत से मणिपुर में शांति की जरूरत को उठाएगी.'
मणिपुर का 3 बार दौरा कर चुके हैं राहुल
मणिपुर की अपनी एक दिवसीय यात्रा के दौरान, गांधी ने भाजपा शासित राज्य के विभिन्न जिलों में तीन राहत शिविरों का दौरा किया था और दोनों युद्धरत जातीय समूहों मैतेई और कुकी के लोगों से बातचीत की थी, जो हिंसा से प्रभावित और विस्थापित हुए थे. पिछले साल 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के कुछ हफ्ते बाद गांधी ने मणिपुर का दौरा भी किया था. उन्होंने जनवरी 2024 में राज्य से अपनी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' भी शुरू की थी.