बस्तर:दशकों से नक्सलवाद देश की रगों में नासूर बनकर चुभ रहा है. माओवाद के कांटे को जड़ से उखाड़ने के लिए अब बस्तर की बहादुर बेटियों ने भी मोर्चा संभाल लिया है. बस्तर की ये मर्दानी बेटियां बंदूक और कलम दोनों की मदद से नक्सलियों का संहार कर रही हैं. बीते दिनों अबूझमाड़ के जंगलों में जवानों ने दस नक्सलियों को मार गिराया था. नक्सलियों के साथ हुए एनकाउंटर में दो महिला कमांडों भी शामिल थी. मुस्कान और सृष्टि नाम की महिला कमांडों ने नक्सलियों को उनकी ही मांद में घुसकर ढेर किया था.
बस्तर में नक्सलियों का AK 47 से एनकाउंटर करने वाली कमांडो बेटियों ने थामी कलम - Female commando of bastar - FEMALE COMMANDO OF BASTAR
बस्तर के घने जंगलों में नक्सलियों पर काल बनकर टूटने वाली महिला कमांडो सिर्फ बंदूक चलाना ही नहीं जानती. कलम से भी लड़ाई लडना बखूबी जानती हैं. माओवाद के खात्मे के लिए बस्तर की बहादुर बेटियां बंदूक के साथ बस्ते की भी मदद ले रही हैं.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : May 3, 2024, 8:07 PM IST
बंदूक के बाद उठाया बस्ता:बस्तर को नक्सलवाद से मुक्त करने का अभियान खत्म होने के बाद ये दोनों बहादुर बेटियां अब अपनी परीक्षा की तैयारियों में जुट गई हैं. सृष्टि और मुस्कान दोनों ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रही हैं और अब उनकी परीक्षा भी चल रही है. जिला प्रशासन ने इन बहादुर बेटियों के हौसले को सलाम करते हुए उनको हेलीकॉप्टर की मदद से जिला मुख्यालय पहुंचाया. जिला मुख्यालय से दोनों बेटियां अपने परीक्षा सेंटर पर एग्जान देने पहुंची.
महिला कमांडो मुस्कान और सृष्टि बनी बेटियों की रोल मॉडल:बस्तर में हिंसा और नक्सलियों के चलते सालों से विकास का काम ठप पड़ा है. स्कूल और कॉलेज हैं जरुर पर पढ़ाई करने कम ही लोग जाते हैं. नक्सली लोगों को अंधेरे में रखने के लिए स्कूल और कॉलेज को हमेशा से निशाना बनाते आए हैं. बस्तर की ये बेटियां अब दूसरी बेटियों के लिए न सिर्फ रोल मॉडल बन रहीं हैं बल्कि लोगों को शिक्षा का संदेश भी दे रही हैं. मुस्कान और सृष्टि बंदूक से आतंक का राज खत्म कर सरकार का राज कायम कर रही हैं. दूसरी ओर वो खुद शिक्षा हासिल कर नक्सली विचारधार को कुंद कर शिक्षा का उजियारा बस्तर में फैलाने के लिए निकल पड़ी हैं.