चरखी दादरी : हरियाणा के चरखी दादरी के कादमा में रहने वाली 107 वर्षीय बुजुर्ग अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी रामबाई का परिवार महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश कर रहा है. रामबाई की बेटी झोझू निवासी संतरा देवी कई खेल मुकाबलों में सैकड़ों मेडल अपने नाम कर चुकी हैं, वहीं संतरा देवी की बेटी शर्मिला दिल्ली में डीटीसी की बस चला रही हैं, जबकि शर्मिला की बेटी जेनिथ गहलावत अब हवाई जहाज उड़ा रही है.
बेटी की उड़ान का संकल्प :आपको बता दें कि झज्जर जिले के गांव खानपुर खुर्द निवासी शर्मिला के पति का करीब 17 साल पहले सड़क हादसे में निधन होने के बाद वो अपने मायके चरखी दादरी के गांव झोझू कलां में आ गई थी. इसी दौरान शर्मिला ने मायके में रहते हुए बेटी के सपनों को उड़ान भरवाने का संकल्प ले लिया. शर्मिला अपनी मां संतरा देवी और रामबाई की उपलब्धियों से काफी ज्यादा प्रभावित थी.
उड़नपरी के नाम से मशहूर रामबाई :चरखी दादरी में "उड़नपरी दादी" के नाम से मशहूर करीब 107 वर्षीय एथलीट रामबाई अब तक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर करीब 200 मेडल जीतकर रिकार्ड बना चुकी है. रामबाई ने 100 वर्ष से अधिक आयु में खेलना शुरू किया था.
दिल्ली में डीटीसी की बस चलाती हैं शर्मिला :शर्मिला की मां 75 वर्षीय संतरा देवी भी खेलों में मेडलों की सेंचुरी लगा चुकी है. शर्मिला भी खेलों में 200 से ज्यादा मेडल हासिल कर प्रदेश का नाम रौशन कर चुकी हैं और अब वे दिल्ली में डीटीसी की बस चलाती हैं. शर्मिला ने बताया कि उनके पति जयसिंह गहलावत का 21 मार्च 2008 को हादसे में निधन हो गया था. इसके बाद उनके लिए परिस्थितियां काफी ज्यादा विपरीत हो गई लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. वे चाहती थी कि जेनिथ भी उनके परिवार की परंपरा को बरकरार रखते हुए अपने जीवन में कुछ बड़ा करे.