लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा के लिए सात उम्मीदवारों की घोषणा की है. जिसमें भाजपा ने समाज के सभी वर्गों को जोड़ने का प्रयास किया है. खास तौर पर पिछड़े वर्ग को अपने साथ रखने के लिए भाजपा ने कोई कोरकसर नहीं छोड़ी है. भाजपा ने लंबे समय से साथ दे रहे और दूसरे दल से आए हुए मजबूत नेताओं को भी मौका दिया है. पिछली बार जो 9 राज्यसभा सांसद बनाए गए थे, उनमें से केवल एक को ही रिपीट किया गया है. राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी के अलावा सभी को दोबारा मौका नहीं मिला. सात में से चार नेता पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग से हैं. एक ब्राह्मण, एक क्षत्रिय और एक जैन यानी वैश्य समुदाय से है.
उम्मीदवारों पर नजर
आरपीएन सिंह - आरपीएन सिंह कुशीनगर के रहने वाले हैं. कांग्रेस के लंबे समय तक नेता रहे. केंद्रीय मंत्री रहे. आरपीएन सिंह एक राज परिवार से आते हैं . कुशीनगर देवरिया क्षेत्र में उनकी पकड़ बहुत मजबूत है. कुर्मी जाति का प्रतिनिधित्व करते हैं.
सुधांशु त्रिवेदी- सुधांशु ब्राह्मण हैं. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी का यह दूसरा कार्यकाल होगा. वह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नजदीक माने जाते हैं.
साधना सिंह-मुगलसराय से भारतीय जनता पार्टी की विधायक और चंदौली की रहने वाली साधना सिंह को राज्यसभा का टिकट भारतीय जनता पार्टी ने दिया है. महिला व्यापार मंडल से जुड़ी साधना सिंह सामाजिक कार्यों में हमेशा सक्रिय रहती हैं और संघ से भी उनका जुड़ाव है. इसलिए पार्टी ने उनको अपना प्रत्याशी बनाया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर उन्होने इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद किया है.