लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने नियुक्त किए चुनाव प्रभारी, कोंडागांव विधायक लता उसेंडी को मिली बड़ी जिम्मेदारी
Lok Sabha elections 2024 बीजेपी ने लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव प्रभारी और सह प्रभारियों की सूची जारी की है.जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य में किसी को भी जिम्मेदारी नहीं मिली है.लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य की महिला आदिवासी विधायक और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लता उसेंडी को ओड़िसा राज्य का सहप्रभारी बनाया गया है.वहीं ओड़िसा में सांसद विजयपाल सिंह तोमर चुनाव प्रभारी होंगे.BJP Appointed Election In Charge
कोंडागांव विधायक लता उसेंडी को मिली बड़ी जिम्मेदारी
रायपुर :लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने तैयारी तेज कर दी है.बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कई राज्यों में चुनाव प्रभारी समेत सह प्रभारियों की नियुक्ति की है.इस लिस्ट में यूपी के कई दिग्गज राजनेताओं को जगह मिली है.जिसमें छत्तीसगढ़ के कोंडागांव से विधायक लता उसेंडी को ओड़िसा राज्य के लिए सह प्रभारी बनाया गया है. इसी के साथ जेपी नड्डा ने चुनाव प्रभारियों समेत सह प्रभारियों को बधाई भी दी है.
महिला आदिवासी नेता के तौर पर पहचान :बीजेपी नेता लता उसेंडी धाकड़ आदिवासी नेता के तौर पर जानी जाती हैं. लता उसेंडी का जन्म 1 मई 1974 को धौड़ाई गांव में हुआ. इनके पिता का नाम मंगलराम उसेंडी है. कोंडागांव सीट लता उसेंडी को पिता से विरासत में मिली. स्नातक तक की पढ़ाई के बाद लता उसेंडी ने राजनीति में आने का फैसला किया.
लता उसेंडी का सियासी सफर :लता उसेंडी को बीजेपी में पहली बार जिम्मेदारी 1998 में मिली. 1999 में लता उसेंडी पहली बार पार्षद बनीं. साल 2002 में लता उसेंडी को कोंडागांव जिला महिला मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया. इसके बाद 2003 में बीजेपी से कोंडागांव विधानसभा से चुनाव लड़ा.जिसमें लता उसेंडी को बड़ी जीत मिली. साल 2005 में लता उसेंडी को महिला बाल विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई. 2008 में लता उसेंडी फिर कोंडागांव से विधायक चुनी गईं.
2018 में मिली हार, 2023 में किया पलटवार : साल 2018 के चुनाव में लता उसेंडी को कांग्रेस के मोहन मरकाम के हाथों हार मिली.लेकिन लता उसेंडी ने हार से हताश होने के बजाए जमीनी स्तर पर काम करना जारी रखा.जिसका नतीजा ये हुई कि केंद्रीय नेतृत्व ने लता उसेंडी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी दी है.आदिवासी समाज में अच्छी पकड़ को देखते हुए लता उसेंडी को 2023 में एक बार फिर कोंडागांव से प्रत्याशी बनाया गया.जिसमें उन्होंने मोहन मरकाम को हराया.