बस्तर: गणतंत्र दिवस पर पूरे देश का जोश हाई है. बस्तर में सुरक्षाबलों के नक्सल मोर्चे पर कार्रवाई के बाद 26 जनवरी को 14 सुदूर स्थानों पर तिरंगा लहराएगा. बस्तर पुलिस के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है. जिन स्थानों पर तिरंगा झंडा फहराएगा. उसमें बीजापुर, नारायणपुर और सुकमा जिले के क्षेत्र हैं. इन क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के नए शिविरों की स्थापना से क्षेत्र में विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ है.
"पिछले साल सितंबर से अब तक 13 गांवों के पास सुरक्षा बलों के 14 नए शिविर स्थापित किए गए हैं. ये गांव बीजापुर जिले के कोंडापल्ली, जिदपल्ली, वटेवागु और कर्रेगट्टा, नारायणपुर के होराडी, गरपा कच्चापाल और कोडलियार तथा सुकमा के तुमलपड़, रायगुडेम, गोलाकुंडा, गोमगुड़ा और मेट्टागुड़ा गांव हैं- सुंदरराज पी, आईजी, बस्तर
जिदपल्ली गांव में दो कैंप स्थापित: बस्तर आईजी सुदंरराज पी ने बताया कि जिदपल्ली गांव में चुनौतीपूर्ण इलाके के कारण 5 किलोमीटर की दूरी पर दो अलग-अलग शिविर स्थापित किए गए हैं. नए कैंपों में से दस में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), तीन में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और एक में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान तैनात किए गए हैं. उन्होंने कहा कि अंदरूनी इलाकों में नए शिविरों की स्थापना से नक्सलियों को पीछे हटना पड़ा है.नए कैंपों के कारण सरकारी कल्याण कार्यक्रम लोगों तक पहुंच रहे हैं. नियाद नेल्लनार योजना के माध्यम से, जिसका उद्देश्य विकास को बढ़ावा देना और भीतरी इलाकों में बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करना है.
बस्तर में नक्सल मोर्चे की स्थिति: बस्तर में नक्सल मोर्चे की स्थिति की बात करें तो इस साल अब तक छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में कम से कम 42 नक्सली मारे गए हैं. पिछले साल राज्य में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने 219 नक्सलियों को मार गिराया था.
सोर्स: पीटीआई