भोपाल: मध्यप्रदेश के महत्वाकांक्षी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (MP GLOBAL INVESTORS SUMMIT) का भोपाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुभारंभ किया. पीएम मोदी ने कहा "मध्यप्रदेश में निवेश की सबसे ज्यादा संभावनाएं मौजूद हैं. ग्रीन एनर्जी, ईवी जैसे कई सेक्टर में भरपूर अवसर उपलब्ध हैं. यहां बेहतर रिटर्न की अपार संभावनाएं हैं. मध्यप्रदेश में इंफ्रस्ट्रक्चर पिछले दो दशकों में बेहतर हुआ है." बता दें कि भोपाल के मानव संग्रहालय में आयोजित समिट में देश-विदेश के 3 हजार से ज्यादा बड़े निवेशक मौजूद हैं.
परीक्षा का समय देख कार्यक्रम में थोड़ी देऱी से पहुंचे प्रधानमंत्री
कार्यक्रम के पहले प्रधानमंत्री ने बटन दबाकर प्रदेश सरकार की 18 नीतियों को लांच किया. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीने कार्यक्रम में देरी से आने के लिए माफी मांगते हुए कहा "भोपाल में आने के बाद पता चला कि आज 10वीं और 12वीं की परीक्षा का समय और मेरा राज्यभवन से निकले का समय लगभग एक है. इस वजह से बच्चों को परीक्षा केन्द्र तक पहुंचने में कठिनाई न हो और बच्चे परीक्षा केन्द्र तक पहुंच जाएं, इस वजह से राजभवन से 15-20 मिनट देरी से निकला."
वर्ल्ड बैंक ने भी माना- भारत उभरती अर्थव्यवस्था
पीएम मोदी ने कहा "विकसित मध्यप्रदेश से विकसित भारत की यात्रा में आज का यह कार्यक्रम बहुत ही अहम है." इस भव्य आयोजन के लिए पीएम ने मोहन यादव और उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा "भारत के इतिहास में ऐसा अवसर पहली बार आया है कि जब पूरी दुनिया भारत के लिए इतनी आशावादी है. पूरी दुनिया में चाहे सामान्य जन हों या फिर अर्थनीति के जानकार हों या फिर संस्थान सभी को भारत से बहुत आशाएं हैं. पिछले कुछ हफ्तों में जो दिखा वह भारत में हर निवेशकों का उत्साह बढ़ाने वाला है. पिछले दिनों वर्ल्ड बैंक ने कहा कि भारत आने वाले सालों में ऐसे ही दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा. हाल ही में एक रिपोर्ट आई है इसमें बताया गया कि ग्लोबल एयरो स्पेस फर्म्स के लिए कैसे भारत बेहतर सप्लाई चैन के रूप में उभर रहा है."
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में उद्योगपतियों के साथ पीएम मोदी (ETV BHARAT) मध्यप्रदेश विकास की ओर लगातार अग्रसर
पीएम मोदीने कहा "मध्यप्रदेश देश का 5वां सबसे बड़ा राज्य है. एमपी कृषि के मामले टॉप पर है, मिनिरल्स के मामले में टॉप 5 राज्यों में है. मध्यप्रदेश को मां नर्मदा का आर्शीवाद प्राप्त है. मध्यप्रदेश में वे सभी संभावनाएं मौजूद हैं, जो इस राज्य को देश के टॉप 5 राज्यों में ला सकता है. बीते दो दशकों में मध्यप्रदेश में बदलाव का नया दौर देखा है. एक समय था जब यहां बिजली-पानी की बहुत समस्या था, कानून व्यवस्था और भी खराब थी. दो दशक पहले तक एमपी में निवेश करने से निवेशक डरते थे, लेकिन अब एमपी निवेश के मामले में सभी राज्यों में टॉप के राज्यों में है. जिस मध्यप्रदेश में खराब सड़कों के कारण बसें भी नहीं चल पाती थीं, अब वह प्रदेश ईवी क्रांति के टॉप राज्यों में है. जनवरी में 2 लाख ईवी वाहन मध्यप्रदेश में रजिस्टर्ड हुए हैं. यह दिखाता है कि यह मेन्युफैक्चरिंग के मामले में भी टॉप राज्यों में बनता जा रहा है."
मध्यप्रदेश में रेलवे और हवाई सेवा का विस्तार
मोदी ने कहा "बीते दशक में भारत ने इंफ्रस्ट्रक्चर सेक्टर के बूम देखा है, इसका बहुत बड़ा फायदा मध्यप्रदेश को मिला. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का बहुत बड़ा हिस्सा मध्यप्रदेश से होकर गुजरा है. इस वजह से मध्यप्रदेश को सीधे पोर्ट तक पहुंच बनी है. एयर कनेक्टीविटी के मामले में ग्वालियर, जबलपुर टर्मिनल का विस्तार किया गया है. मध्यप्रदेश के रेल नेटवर्क को मॉर्डिनाइज किया जा रहा है. रेल नेटवर्क का 100 फीसदी इलेक्ट्रीफिकेशन किया जा चुका है. रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की तर्ज पर मध्यप्रदेश के 80 रेलवे स्टेशन को मॉर्डन बनाया जा रहा है."
प्रधानमंत्री मोदी ने लांच की मध्यप्रदेश की 18 पॉलिसी
भोपाल के मानव संग्रहालय में आयोजित ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2025 में मध्यप्रदेश की 18 नई पॉलिसी का रिमोट का बटन दबाकर पीएम मोदी ने अनावरण किया. इसमें औद्योगिक, खाद्य, निर्यात, एमएसएमई, जीसीसी, स्टार्ट अप, सेमीकंडक्टर, ड्रोन, पर्यटन, फिल्म निर्माण पॉलिसी शामिल हैं. इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादवकहा "भोपाल शब्द को जैसे ही गूगल पर सर्च करें तो भोपाल गैस त्रासदी के रूप में नाम आता था, लेकिन प्रधानमंत्री की मौजूदगी के रूप में भोपाल अपनी ग्लोबल रूप में अपनी पहचान बनाने जा रहा है."
मध्यप्रदेश में 6 नए औद्योगिक विकास क्षेत्र
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादवने कहा "मध्यप्रदेश सतत विकास और औद्योगिक विकास के दिशा में आगे बढ़ रहा है. मध्यप्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र में विकास की संभावनाएं मौजूद हैं. एक साल पहले निवेश और औद्योगिक विकास की इस यात्रा को रीजनल इंडस्ट्रिज कॉन्कलेव आयोजित की गई. छह नए औद्योगिक विकास क्षेत्रों की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. 20 नए औद्योगिक पार्क की आधारशिला रखी जाएगी. मध्यप्रदेश में धार्मिक पर्यटन, वन्य क्षेत्र पर्यटन, मेडिकल टूरिज्म के लिए अनंत संभावनाए मौजूद हैं."