कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने संदेशखाली में शेख शाहजहां की नौका सेवा, मछली और मेमने की निविदा के बारे में दावे करते हुए इसे अवैध करार दिया है. ईडी ने कहा है कि राज्य के 2-3 मंत्रियों ने भी इन अवैध धंधों की आड़ में करोड़ों रुपये की हेराफेरी की है. हालांकि, ईडी की ओर से उन मंत्रियों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है.
प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को कोलकाता में एक विशेष अदालत को बताया कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में शेख शाहजहां के अवैध भूमि-हथियाने के सौदों से उत्पन्न लाभ का एक हिस्सा राज्य मंत्रिमंडल के कुछ प्रभावशाली सदस्यों को गया है. ईडी के वकील ने अदालत को यह भी बताया कि सौदों से अर्जित धन का एक हिस्सा अत्याधुनिक हथियार खरीदने में भी निवेश किया गया था. एजेंसी का दावा एक संयुक्त तलाशी अभियान के बाद अत्याधुनिक आग्नेयास्त्रों, गोला-बारूद, विस्फोटकों और बमों की बरामदगी के बीच आया है.
ईडी ने दावा किया कि 2016 से 2023 तक शाहजहां और उनके अनुयायियों को नियमों का उल्लंघन कर फेरी सर्विस समेत विभिन्न व्यवसायों के लिए टेंडर दिए गए हैं. घटनाक्रम के ठीक बाद जांचकर्ताओं ने शाहजहां के कई बैंक विवरण और आसपास के सबूत इकट्ठा करके दावा किया कि राज्य के मंत्री भी इस घटना में शामिल हैं. जांच के दौरान, ईडी अधिकारियों को पता चला कि शेख शाहजहां और उनके दो भाई आरोपी हैं.