औरैया: यूपी के औरैया शनिवार को भीषण सड़क दुर्घटना हो गयी. यहां यमुना एक्सप्रेस-वे पर खड़े डंपर में कार ने पीछे से टक्कर मार दी. इसमें कार में सवार चार लोगों की मौके पर मौत हो गई. सूचना मिलने पर पुलिस कर्मी भी मौके पर पहुंचे. गाड़ी को काटकर शवों को बाहर निकाला जा सका. घायल को सैफई मेडिकल कॉलेज भेजा गया.
हादसा इतना भीषण था कि कार के परखच्चे उड़ गये. ये दुर्घटना एरवाकटरा थाना क्षेत्र के हरनागरपुर गांव के नजदीक हुई. यहां आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर शनिवार को गिट्टी लदा डंपर खड़ा था. तभी आगरा की तरफ से आ रही एक कार ने पीछे से डंपर में टक्कर मार दी. टक्कर इतनी तेज थी कि कार में सवार एक ही परिवार के चार लोगों की मौके पर मौत हो गई. सूचना मिलते एरवाकटरा थाने की पुलिस दुर्घटना स्थल पर पहुंची. कार में फंसे शवों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला जा सका.
सभी लोग कानपुर में कल्याणपुर इंदिरा नगर के रहने वाले थे. (Photo Credit- ETV Bharat) औरैया सड़क दुर्घटना में मरने वाले सभी लोग कानपुर में कल्याणपुर इंदिरा नगर के रहने वाले थे. परिवार मौजूदा समय में नोएडा में रह रहा था. मारे गये लोगों की पहचान कार चालक पियूष यादव, उनकी मां नीता यादव, पत्नी शिवकुमार, भाभी संजू और 5 वर्षीय भतीजे आरव के रूप में हुई. यह कार हादसा नोएडा जाते समय हुआ. कार की स्पीड अधिक होने के कारण से नियंत्रण खो गया और कार डंपर से टकराने के बाद बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. दूसरा हादसा बेला थाना क्षेत्र में हुआ. यहां इटावा से लौट रहे बाइक सवार तीन लोगों को पिकअप ने टक्कर मार दी. इसमें बाइक सवार कमलेश उम्र 35 वर्ष, पत्नी खुशबू उम्र 32 वर्ष और भोटी खुशी उम्र 6 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गयी.
परिवार कार में नोएडा से कानपुर आ रहा था. (Photo Credit- ETV Bharat) कानपुर में सड़क हादसा, पितृ-पक्ष में तर्पण कर लौट रहे दो लोगों की मौत:सेन पश्चिम पारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ईडब्ल्यूएस गंगापुर कॉलोनी निवासी संतोष दीक्षित (55) नयागंज में मुंशी थे. जबकि पड़ोस में रहने वाले अशोक सोनी (45) घर में ही स्थित सुनार की दुकान पर बैठते थे. रोजाना की तरह वह शनिवार को भी पितृ-पक्ष में चंदन घाट पर तर्पण करने के लिए गए हुए थे. इस दौरान लौटते वक्त करीब 6:30 बजे जाजमऊ चुंगी के पास एक ट्रक ने उनकी बाइक में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी. इस हादसे में अशोक और संतोष बीच सड़क पर जाकर गिर गए. इसमें संतोष की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं अशोक को गंभीर हालत में उपचार के लिए पहले काशीराम और फिर हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां पर इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई.
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