गिरिडीह: हजारीबाग में जिस पुलिस कांस्टेबल की हत्या सजायाफ्ता कैदी ने कर दी थी. उस शहीद कांस्टेबल चौहन हेम्ब्रम के परिजनों से मिलने शनिवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी गिरिडीह के बेंगाबाद पहुंचे. यहां पीड़ित परिवार के घर पर पहुंचे. जहां शहीद की पत्नी तो नहीं मिली लेकिन शहीद की मां रौशनी देवी से मिले.
यहां हिमंता ने शहीद की मां रौशनी देवी का ढांढस बंधाया. कहा कि मैं भी आपका बेटा हूं. इस दौरान हिमंता ने कहा कि हत्यारे को सूबे की सरकार गिरफ्तार नहीं कर सकी है. अभी तक इस आदिवासी परिवार की सुध हेमंत सरकार ने नहीं ली है. लेकिन मेरे आने से पहले जरूर ही परिजनों को सहयोग करने का प्रयास शुरू किया गया. इस दौरान विधायक रणधीर सिंह, नारायण दास, केदार हाजरा, पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहबादी, जिलाध्यक्ष महादेव दुबे के अलावा दिलीप वर्मा, दिनेश यादव, चुन्नुकान्त, मुकेश जालान, संजीव सिंह, सिकंदर हेम्ब्रम, रंजीत मरांडी समेत कई नेता मौजूद थे.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, हजारीबाग के शेख बिहारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी शाहिद अंसारी का इलाज चल रहा था. यहां सुरक्षा के लिए हवलदार चौहन हेम्ब्रम तैनात था. इसी दौरान मौका पाकर शाहिद ने लोहे के रड से चौहन के सिर पर वार कर दिया. चौहन अचेत होकर गिर गया इसके बाद अपराधी शाहिद ने उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद शाहिद फरार हो गया.