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केदारनाथ पैदल मार्ग को खोलने में जुटे 90 मजदूर, गरुड़चट्टी को जोड़ने वाला वैकल्पिक पुल भी ध्वस्त - Chardham Yatra 2024

Kedarnath Yatra 2024 केदारनाथ पैदल मार्ग के भैरव गदेरे में हिमखंड टूटने से बंद हुए रास्ते को खोलने में लोनिवि गुप्तकाशी के 50 मजदूर जुटे हुए हैं. बीते मंगलवार को भैरव गदेरे में हिमखंड का बड़ा हिस्सा टूट गया था. जिससे 100 मीटर क्षेत्र में कई टन बर्फ फैल गई थी. बर्फ सफाई में जुटे मजदूरों के सामने कई चुनौतियां आ रही हैं. वहीं केदारनाथ में मंदाकिनी नदी पर गरुड़चट्टी को जोड़ने के लिए बना वैकल्पिक पुल भी हिमखंड टूटने से क्षतिग्रस्त हो गया है.

Kedarnath Yatra 2024
केदारनाथ पैदल मार्ग

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 11, 2024, 11:11 AM IST

Updated : Apr 11, 2024, 12:35 PM IST

केदारनाथ पैदल मार्ग को खोलने की कवायद

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में हर दिन दोपहर बाद बर्फबारी हो रही है. इस कारण बर्फ सफाई का कार्य कर रहे मजदूरों के सामने दिक्कतें आ रही हैं. लोक निर्माण विभाग गुप्तकाशी के मजदूरों की 50 सदस्यीय टीम भैरव गदेरे में बर्फ सफाई का कार्य कर रही है. करीब 100 मीटर क्षेत्र में यहां बर्फ फैली हुई है, जिसमें अभी तक 40 मीटर तक रास्ता साफ कर दिया गया है.

केदारनाथ यात्रा मार्ग दुरुस्त करने की कवायद

प्रभावित क्षेत्र में निरंतर बर्फ खिसक रही है, जिससे काम में दिक्कत हो रही है. पैदल मार्ग से बर्फ सफाई का कार्य पूरा होने के बाद घोड़े-खच्चरों की आवाजाही शुरू होगी. लोनिवि के ईई विनय झिक्वांण ने बताया कि पैदल मार्ग के भैरव गदेरे में हिमखंड टूटने के बाद शीघ्र यहां मजदूरों की टीम लगाई गई.

केदारनाथ पैदल मार्ग में 100 मीटर एरिया में फैली बर्फ

आगामी 10 मई को बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुलने जा रहे हैं. ऐसे में घोड़े-खच्चरों की आवाजाही के लिए रास्ता तैयार किया जाना आवश्यक है. जल्द ही बर्फ सफाई का कार्य पूरा करने के बाद केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यों के साथ ही यात्रा तैयारियों को लेकर घोड़े-खच्चरों की आवाजाही शुरू कर दी जाएगी.

श्रमिकों को बर्फ साफ करने में दिक्कत आ रही है

वहीं केदारनाथ में मंदाकिनी नदी पर गरुड़चट्टी को जोड़ने के लिए बना वैकल्पिक पुल भी हिमखंड टूटने से क्षतिग्रस्त हो गया है. यह पुल दो वर्ष पूर्व बनाया गया था, जिससे एक समय में दो-तीन लोगों की आवाजाही हो सकती थी.

बर्फबारी के साथ एवलॉन्च आने से बढ़ी दिक्कत

लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विनय झिक्वांण ने बताया कि पुल से गरुड़चट्टी के समीप निवास कर रहे साधुओं के आश्रम का संपर्क था. पुल से घोड़ा-खच्चर के साथ एक समय में एक ही व्यक्ति ही गुजर सकता था. बताया कि प्रभावित पुल का निरीक्षण कर जल्द उचित कार्रवाई की जाएगी.
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Last Updated : Apr 11, 2024, 12:35 PM IST

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