घूसखोरी के खिलाफ छत्तीसगढ़ में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, बस्तर सरगुजा और बिलासपुर में चार आरोपी गिरफ्तार - ACB Action Against Bribery
छत्तीसगढ़ में एसीबी टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. टीम ने बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर में घूस लेते चार आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. तीन जिलों में कार्रवाई से पूरे छत्तीसगढ़ में हड़कंप है.
छत्तीसगढ़ में एसीबी की बड़ी कार्रवाई (ETV BHARAT CHHATTISGARH)
कोंडागांव/बिलासपुर/सरगुजा:छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को तीन अलग-अलग जिलों में एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. टीम ने बस्तर संभाग के कोंडागांव में, बिलासपुर में और सरगुजा में घूसखोरी के आरोप में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये सभी आरोपी रंगेहाथों पकड़े गए हैं.
कोंडागांव में जल संसाधन विभाग का इंजीनियर गिरफ्तार:बस्तर संभाग के कोंडागांव जिले में जल संसाधन विभाग में तैनात इंजीनियर टीआर मेश्राम को शुक्रवार सुबह एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया. टीम ने सरकारी बंगले में शुक्रवार को छापेमार कार्रवाई की. टीआर मेश्राम पर ठेकेदार से रिश्वत लेने का आरोप है. ठेकेदार की शिकायत के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने छापेमार कार्रवाई की. टीआर मेश्राम 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा.
बिलासपुर में राजस्व निरीक्षक रिश्वत लेते गिरफ्तार: बिलासपुर में शुक्रवार को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने राजस्व निरीक्षक संतोष देवांगन को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. बिलासपुर के तोरवा थाना क्षेत्र में रहने वाले प्रार्थी प्रवीण कुमार ने एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर के कार्यालय में इसकी शिकायत की थी. शिकायत के अनुसार ग्राम तोरवा में स्थित उसकी जमीन के सीमांकन के लिए उसने नियम अनुसार आवेदन पेश किया था. इस काम के लिए उसने जूना बिलासपुर के संतोष कुमार देवांगन राजस्व निरीक्षक से संपर्क किया. संतोष देवांगन ने सीमांकन के लिए 2.50 लाख रुपए रिश्वत की मांग की. 1 लाख रुपए पहली किस्त लेकर आज बुलाया गया था. प्रवीण ने एसीबी से इसकी शिकायत की थी. टीम मौके पर पहुंची और रंगे हाथों संतोष देवांगन को गिरफ्तार किया.
अंबिकापुर में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के दो अधिकारी गिरफ्तार:सरगुजा जिले के अंबिकापुर में पदस्थ नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के दो अधिकारियों को कथित तौर पर 35,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए एसीबी की टीम ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया. बताया जा रहा है एसीबी ने सहायक निदेशक बालकृष्ण चौहान और सहायक मानचित्रकार नीलेश कुमार ध्रुव को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने के लिए पैसे लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. अंबिकापुर निवासी शिकायतकर्ता के अनुसार, उसके रिश्तेदार ने अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को एक आवेदन देकर वाड्रफनगर में स्थित कृषि भूमि को औद्योगिक उद्देश्यों के लिए उपयोग करने की अनुमति मांगी थी. चौहान और ध्रुव ने कथित तौर पर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग की एनओसी के लिए उनसे रिश्वत की मांग की थी. मामले में शिकायत के बाद एसीबी टीम ने दोनों आरोपियों को को गिरफ्तार किया.