बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लगी हुई है. राज्य निर्वाचन आयोग के निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू है. बलौदाबाजार में भी यह लागू है. चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाना है के लिए आदर्श आचार संहिता का पालन कराया जा रहा है. इस क्रम में चुनावी प्रचार के सभी सामग्री जैसे बैनर, पोस्टर और होर्डिंग्स चुनाव से पहले हटाए जाते हैं. बलौदाबाजार में यह नियम ठीक से लागू नहीं हो रहा है. कई स्थानों पर बीजेपी शासन के दौरान लगाए गए राजनीतिक बैनर अब तक हटाए नहीं गए हैं
नागरिकों ने लगाए आरोप: बलौदाबाजार के नागरिकों का कहना है कि नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी इस मामले में लापरवाह हैं. अगर प्रशासन बीजेपी सरकार के प्रति पक्षपाती रवैया दिखा रहा है, तो इससे चुनावी माहौल पर असर पड़ सकता ह. एक नागरिक ने कहा, "यह न केवल आचार संहिता का उल्लंघन है, बल्कि इससे चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठता है.अगर बैनरों को हटाने में देरी की जाती रही, तो इससे किसी एक पार्टी को फायदा हो सकता है, जिससे चुनाव में निष्पक्षता प्रभावित होगी. नगरवासियों ने राज्य निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की है. इस केस में जो अधिकारी दोषी है उस पर एक्शन की मांग की है.
हमारे लोकतांत्रिक अधिकार की रक्षा के लिए हमें निष्पक्ष चुनाव चाहिए, और इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए- स्थानीय नागरिक
पोस्टर को ढका गया था. हो सकता हैं कोई निकाल दिया होगा मेरे जानकारी में नही हैं. कल मैं इसको दिखवाता हूं और कल पुनः ढकवाता हूं- खीरोंद्र भोई, बलौदाबाजार नगर पालिका CMO
अब यह देखना होगा कि राज्य निर्वाचन आयोग इस मुद्दे पर क्या कदम उठाता है. इसके बाद देखना होगा कि दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है.