नई दिल्ली:नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट कम एंट्रेंस टेस्ट के पेपर लीक का मुद्दा गर्माता जा रहा है. केंद्र सरकार इस पर बैकफुट में दिखाई दे रही है. देशभर के छात्र इस लीक के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं. स्टूडेंट्स का कहना है कि जब सबूत सामने हैं तो मोदी सरकार कार्रवाई क्यों नहीं करती. यही नहीं नीट एग्जाम को कैंसिल कर दोबारा परीक्षा कराने पर भी जोर दिया जा रहा है.
वहीं इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है लेकिन इसी बीच दिल्ली के जंतर मंतर पर आम आदमी पार्टी के सभी विधायक नीट (NEET)परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं आम आदमी पार्टी के तमाम सीनियर लीडर्स ने मंच से नीट गड़बड़ियों के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया. गोपाल राय, संजय सिंह, सौरभ भारद्वाज समेत पार्टी के सभी लीडर्स इस प्रोटेस्ट का हिस्सा बने.
इस दौरान सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि छात्रों से NEET Exam का पेपर के लिए 30 से 50 लाख रुपये लिए गए थे. गुजरात के गोधरा के सेंटर में तो छात्रों से OMR शीट ख़ाली छोड़ने को कहा गया था और बाद में अध्यापकों ने OMR शीट भरी. केंद्र सरकार को इस पूरे मामले की जानकारी है और वह इस घोटाले को छिपाने की कोशिश कर रही है. केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में पूरे मामले की जांच कराए. यह बहुत बड़ा घोटाला है, करोड़ों छात्रों का भविष्य बर्बाद हो गया है. पिछले 2-3 सालों में पेपर लीक की वजह से करीब तीन करोड़ छात्र परेशान हुए हैं. यूपी में पुलिस भर्ती में 60 लाख और NEET घोटाले में 24 लाख बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है. NEET का Exam रद्द होना चाहिए और जिन्होंने घोटाला किया है उन्हें सख़्त से सख़्त सजा होनी चाहिए.