कुल्लू:अगर आप भी जमा पूंजी पोस्ट ऑफिस में रखते हैं या डाकखाने की किसी बजत स्कीम में पैसा लगाते हैं, तो ये खबर आपके लिए है. दरअसल मामला हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले का है, जहां एक पोस्ट ऑफिस में हुई लाखों की गड़बड़ी अब एक करोड़ के पार पहुंच चुकी है. इस मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है. गबन की पटकथा उन लोगों के लिए सावधान होने का अलार्म है जो अपना पैसा डाकखाने में लगाकर निश्चिंत हैं.
मामला क्या है ?
दरअसल कुल्लू के सुल्तानपुर में एक डाकघर में लाखों के गबन का मामला सामने आया. शुरुआती जांच में पोस्ट ऑफिस के सेविंग अकाउंट, आरडी, सुकन्या समृद्धि जैसी सरकारी योजनाओं के खातों में गड़बड़ी पाई गई. डाक घर में तैनात महिला सब-पोस्ट मास्टर सवालों में आई तो जनवरी 2024 में आरोपी महिला अधिकारी को ब्रांच से हटा दिया गया. विभाग ने पहले अपने स्तर पर जांच शुरू की, जिसमें करीब 36 लाख रुपये के गबन की बात सामने आई. इसके बाद सीबीआई ने मामला दर्ज करके जांच तेज कर दी है.
कुल्लू के डाकखाने में 1 करोड़ 16 लाख का गबन कैसे खुला मामला ?
डाक विभाग के मुताबिक मामला जनवरी 2024 में तब सामने आया जब एक शख्स ने अपनी पासबुक में एंट्री करवाई. एंट्री देखते ही उसके होश उड़ गए क्योंकि उसके खाते में पैसे थे ही नहीं. उसने अधिकारियों को पैसे जमा कराने की रसीदें दिखाई. जिसके बाद डाक विभाग के आला अधिकारी भी चिंता में आ गए. इसके बाद एक दिन आरोपी पोस्ट मास्टर ने अलग-अलग योजनाओं के तहत डाकखाने में जमा हुए पैसे की रिपोर्ट तैयार की और कैश हैंड ओवर किया. जिसे गिनने के बाद धन राशि कम पाई गई और एक गबन का पहला सिरा मिल गया. जो कुछ दिनों में लाखों और फिर करोड़ों में पहुंच गया.
कई खातों से गायब हुई रकम
डाक विभाग ने शुरुआत में अपने स्तर पर जांच की तो पता चला कि कई खाताधारकों के अकाउंट से गबन हुआ है. डिपार्टमेंट की ओर से खाता धारकों को इसकी जानकारी दी गई और सभी से अपने अकाउंट चेक करने के लिए कहा गया. ताकि पता चल सके कि कितने खाता धारक इस गबन का शिकार हुए हैं. विभाग की अपील के बाद लोग अपने खातों की जांच के लिए डाक घर पहुंचने लगे.
"सुल्तानपुर ब्रांच में गड़बड़ी सामने आई है लेकिन ये गबन कितने का है इसकी जानकारी जांच के बाद ही दी जाएगी. जांच जारी है और सभी खातों को खंगाला जा रहा है ताकि गबन की असल रकम पता चल सके." - मनोहर लाल, सहायक अधीक्षक, मुख्य डाकघर कुल्लू
डाक विभाग ने खाता धारकों से की अकाउंट चेक करने की अपील सब-पोस्ट मास्टर सस्पेंड
विभाग की शुरुआती जांच में पता चला कि डाकघर में विभिन्न बचत योजनाओं के तहत करीब 6000 खाते खुले हैं. जिनमें से करीब 3 हजार खातों की जांच हुई तो 40 लाख के गबन की बात सामने आई. जिसके बाद डाक विभाग ने आरोपी पोस्ट मास्टर को सस्पेंड कर दिया है. इसके बाद फरवरी की शुरुआत में सीबीआई ने जांच अपने हाथ में ले ली. डाक विभाग के अधिकारियों के मुताबिक महिला अधिकारी इस ब्रांच में करीब दो साल से कार्यरत थी. लिहाजा इस दौरान हुए लेन-देनों की जांच की जा रही है. इससे पहले महिला अधिकारी की पोस्टिंग कहां थी, सीबीआई उन डाक खानों तक भी अपनी जांच ले जा सकती है.
"सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया है और जांच जारी है. जिसमें पता लगाने की कोशिश है कि महिला अधिकारी ने कितने रुपये का गबन किया है और गबन किए गए पैसों का क्या किया गया है." - बलवीर सिंह, उप अधीक्षक, सीबीआई शिमला
1 करोड़ के पार पहुंची गबन की रकम
सीबीआई ने जांच में पाया कि सिर्फ 100 अकाउंट से 80 लाख रुपये का गबन किया गया है. इससे पहले 3000 खातों की जांच में 36 लाख 40 हजार के गबन का पता चला था. इस तरह अब तक गबन की राशि 1.16 करोड़ हो गई है और अभी 2900 खातों की जांच होनी बाकी है. सीबीआई की टीम आरोपी सब-पोस्ट मास्टर के घर भी पहुंची, जहां उसे 2 लाख रुपये कैश बरामद किए हैं. सीबीआई और डाक विभाग की टीम आरोपी महिला अधिकारी से पूछताछ कर रही है.
गबन के आरोप में महिला सब-पोस्ट मास्टर सस्पेंड, सीबीआई जांच जारी महिला अधिकारी कैसे करती थी गबन
डाक खाने में लाखों के गबन की बात सामने आई तो खाता धारकों में हड़कंप मच गया. स्थानीय लोगों के मुताबिक ग्रामीण इलाका होने के कारण खाता धारक डाक खाने की सब-पोस्ट मास्टर को अच्छी तरह जानते हैं. लोग अपने खातों में राशि जमा कराने के लिए सीधा सब-पोस्ट मास्टर को देते थे और वो इसकी स्टैंप लगी हुई स्लिप देती थी. कई बार लोग डाक खाने में पहुंचकर तो कई बार रास्ते में मिलकर ही सब-पोस्ट मास्टर को पैसा जमा कराने के लिए देते थे. महिला अधिकारी उसके बदले स्लिप तो देती थी लेकिन उसकी एंट्री अकाउंट में नहीं करती थी.
शुरुआती जांच में पता चला है कि महिला अधिकारी ने ज्यादातर ऐसे लोगों का पैसा हड़पा है जो पासबुक में एंट्री ना के बराबर करवाते थे. जिसके कारण खाता धारकों को पता ही नहीं चलता था कि उनकी दिए गए पैसे अकाउंट में जमा हुए हैं या नहीं. हालांकि जैसे-जैसे गबन की रकम बढ़ रही है, सीबीआई की टीम इस बात की जांच भी कर रही है कि महिला अफसर कितने वक्त से इस गबन को अंजाम दे रही थीं और कैसे उसने इस कारनामे को अंजाम दिया.
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