ETV Bharat / state

دو فریقوں کے درمیان تصادم میں متعدد افراد زخمی

مظفر نگر کے گاؤں روہانہ میں دو فریقوں کے درمیان شدید پتھراؤ ہوا اور متعدد راؤنڈ فائرنگ کی گئی جس میں نصف درجن سے زائد افراد زخمی ہوگئے۔

دو فریقوں کے مابین تصادم
author img

By

Published : Sep 9, 2019, 12:58 PM IST

Updated : Sep 29, 2019, 11:41 PM IST

ریاست اترپردیش کے ضلع مظفر نگر کے گاؤں روہانہ میں گزشتہ شب دو فریقوں کے درمیان تصادم میں متعدد افراد زخمی ہوگئے۔

واقعہ کی اطلاع ملتے ہی پولیس موقع پر پہنچ گئی، پولیس نے زخمیوں کوعلاج کے لیے ضلع اسپتال بھیج دیا۔اس وقت گاؤں میں پولیس کی ایک بھاری نفری تعینات کردی گئی ہے۔

دو فریقوں کے درمیان تصادم میں متعدد افراد زخمی

دراصل معاملہ نگر کوتوالی کے علاقہ گاؤں روہانہ کلا گاؤں کا ہے جہاں میلے میں دو نوجوانوں کے درمیان معمولی بات پر تنازع ہوا تھا لیکن بعد میں یہ تنازع طول پکڑتا چلا گیا اور دونوں فریق آمنے سامنے ہوگئے۔

دونوں طرف سے شدید پتھراؤ کیا گیا اور فائرنگ کے متعدد راؤنڈ کیے گئے جس کے سبب اس تنازع میں 8 افراد زخمی ہوگئے۔

واقعہ کی اطلاع ملتے ہی کوتوالی انچارج کثیر تعداد میں پولیس فورس لے کر موقع پر پہنچے اور زخمیوں کو ضلع اسپتال میں داخل کرایا۔

پولیس نے دونوں جانب سے تحریر لی ہے اور اس کے بعد قانونی کارروائی کی تیاری میں جٹ گئی ہے۔

گاؤں کی صورتحال کو قابو کرنے کے لیے پولیس کی بڑی تعداد میں تعیناتی کردی گئی تھی اور پولیس پورے معاملے کی تحقیقات کر رہی ہے ۔

ریاست اترپردیش کے ضلع مظفر نگر کے گاؤں روہانہ میں گزشتہ شب دو فریقوں کے درمیان تصادم میں متعدد افراد زخمی ہوگئے۔

واقعہ کی اطلاع ملتے ہی پولیس موقع پر پہنچ گئی، پولیس نے زخمیوں کوعلاج کے لیے ضلع اسپتال بھیج دیا۔اس وقت گاؤں میں پولیس کی ایک بھاری نفری تعینات کردی گئی ہے۔

دو فریقوں کے درمیان تصادم میں متعدد افراد زخمی

دراصل معاملہ نگر کوتوالی کے علاقہ گاؤں روہانہ کلا گاؤں کا ہے جہاں میلے میں دو نوجوانوں کے درمیان معمولی بات پر تنازع ہوا تھا لیکن بعد میں یہ تنازع طول پکڑتا چلا گیا اور دونوں فریق آمنے سامنے ہوگئے۔

دونوں طرف سے شدید پتھراؤ کیا گیا اور فائرنگ کے متعدد راؤنڈ کیے گئے جس کے سبب اس تنازع میں 8 افراد زخمی ہوگئے۔

واقعہ کی اطلاع ملتے ہی کوتوالی انچارج کثیر تعداد میں پولیس فورس لے کر موقع پر پہنچے اور زخمیوں کو ضلع اسپتال میں داخل کرایا۔

پولیس نے دونوں جانب سے تحریر لی ہے اور اس کے بعد قانونی کارروائی کی تیاری میں جٹ گئی ہے۔

گاؤں کی صورتحال کو قابو کرنے کے لیے پولیس کی بڑی تعداد میں تعیناتی کردی گئی تھی اور پولیس پورے معاملے کی تحقیقات کر رہی ہے ۔

Intro:दिल्ली के ऐतिहासिक फिरोज़ शाह कोटला स्टेडियम का नाम भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के नाम पर रखने की क्वायद अभी ढंग से शुरू भी नहीं हुई थी कि मुस्लिम बुद्धिजियों ने इसे लेकर कड़ा विरोध जताते हुए इसे मुसलमानों के खिलाफ केंद्र सरकार की एक सोची समझी साजिश बताया. मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने कहा कि सरकार को पुरानी चीजों का नाम बदलने के बजाए, नई चीजें बनाकर उनका नामकरण जेटली के नाम पर रख ले.




Body:
गौरतलब है कि पिछले दिनों भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली की मौत के बाद डीडीसीए ने फोरोजशाह कोटला स्टेडियम का नाम जेटली के नाम पर रखने का प्रस्ताव पास किया था, आने वाली 12 सितंबर को होने वाले एक कार्यक्रम में विधिवत किया जाना है.
वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण जेटली को न केवल क्रिकेट प्रेमी कहा जाता है बल्कि वह एक लंबे समय तक दिल्ली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इतना ही नहीं फ़िरोजशाह कोटला स्टेडियम के कायाकल्प को भी जेटली की ही देन माना जाता है. बीमारी से जूझ रहे भाजपा नेता की मौत के बाद डीडीसीए के चेयरमैन रजत शर्मा ने स्टेडियम का नाम बदलकर अरुण जेटली के नाम पर किये जाने का न केवल ऐलान किया बाकायदा इसके लिए डीडीसीए की तरफ से एक प्रस्ताव भी पास कर दिया. फिरोजशाह स्टेडियम का नाम जेटली के नाम पर रखने क्व लिए आगामी 12 सितंबर को एक कार्यक्रम भी किया जा रहा है.

जमीअत उलेमा ए हिंद के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मौलाना आबिद कासमी ने कहा कि यह सिलसिला आज से नहीं बल्कि जब से यह सरकार आई है तब से चल रहा है. सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए इस तरह की चीज है कर रही है देश में रोजगार का मामला हो, महंगाई का मामला देख लो,देश किस कगार पर खड़ा हुआ है,इन तमाम चीजों को देखते हुए लगता है कि सरकार अपनी नाकामी छुपा रही है.


शमा एजुकेशन सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिर्ज़ा शाहिद चंगेजी ने कहा कि यह तो सरकार की हठधर्मी है, जैसा मन कर रहा है वैसा कर रही है, छह साल होने को हैं आप बताइए क्या नया बनाया है, मुसलमानों ने इए देश को अपना सबकुछ दिया है, इमारतें बनाई हैं किले बनाये हैं, आप बनाये. नई स्कीम लाएं उनका नाम रख लें.एपीजे कलाम ने मिसाइल बनाई हैं ,उनके नाम पर क्यों नहीं रखते. आप अर्जुन रख रहे हैं, क्यों रख रहे हैं जब वह उनकी देन है तो उनके नाम पर रखिये.

मुस्लिम बुद्धिजीवी डॉ.फहीम बेग ने कहा कि एक तरफ आप विश्वास में लेने की बात करते हैं, दूसरी तरफ गलियों के, शहरों के और इमारतों के नाम बदले जा रहे हैं.इस तरह से यह मुसलमानों से खुली दुश्मनी का प्रदर्शन है.आज आप मुसलमान के नाम पर जो तारीखी इमारतें हैं यह उनके टारगेट पर हैं.उन्होंने कहा कि क्यों आप पुराने नामों से छेड़छाड़ करके इतिहास के पन्नों को फाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. मैं पूछना चाहता हूँ कि सरकार हजारों करोड़ खर्च करके मूर्तियां बनवा रही है, अगर आप
अपने नेता को प्यार करते हैं तो फिर पुरानी इमारतों के नाम बदलने के बजाय उनके नाम पर नई चीजें बनाकर समर्पित की जाएं, किसने रोक है, ऐसा करने से शायद ही किसी को कोई ऐतराज हो.


Conclusion:बाईट 1
मौलाना आबिद कासमी
अध्यक्ष, जमीअत उलेमा ए हिंद दिल्ली

बाईट 2
मिर्ज़ा शाहिद चंगेजी
अध्यक्ष, शमा एजुकेशनल सोसाइटी

बाईट 3
डॉ.फहीम बेग
प्रमुख समाजसेवी
Last Updated : Sep 29, 2019, 11:41 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.