उत्तरकाशीः यमुनोत्री धाम मंदिर समिति और पुरोहितों ने देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ चल रहे धरने को समाप्त करने की आधिकारिक घोषणा कर दी है. साथ ही यमुनोत्री धाम के पुरोहित समाज ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्ञापन भेजा है. जिसमें उन्होंने कहा है कि देवस्थानम बोर्ड में उनके हक-हकूकों को सुरक्षित रखने के आश्वासन पर पुरोहित धरना खत्म कर रहे हैं. ऐसे में तीर्थ पुरोहितों की सालों की परंपरा को बनाए रखने में सरकार उनकी मदद करें.
बता दें कि देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के पुरोहित करीब चार महीने से धरना दे रहे थे. बीते दिनों ही गंगोत्री धाम मंदिर समिति और पुरोहितों ने अपना धरना खत्म किया था. अब यमुनोत्री धाम मंदिर समिति और पुरोहितों ने भी धरना स्थगित कर दिया है. शनिवार को एसडीएम बड़कोट चतर सिंह देवस्थानम बोर्ड के प्रतिनिधि के रूप में यमुना जी के शीतकालीन प्रवास खरसाली पहुंचे. जहां पर एसडीएम ने आश्वासन दिया कि शासन की ओर से कहा गया है कि देवस्थानम बोर्ड में चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों के हक-हकूकों का सम्मान करते हुए सुरक्षित रखा जाएगा.
ये भी पढ़ेंः तीर्थ पुरोहितों को मिला AAP का समर्थन, स्कैप चैनल अध्यादेश को रद्द करने की मांग
यमुनोत्री धाम के पुरोहित भागेश्वर उनियाल ने कहा कि एसडीएम और यमुनोत्री विधायक के आश्वासन पर उन्होंने फिलहाल धरना स्थगित कर दिया है. साथ ही एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया है. जिसमें तीर्थ पुरोहितों के हक- हकूकों और अन्य समस्याओं को बताया गया है. साथ ही उम्मीद की है कि सरकार तीर्थ पुरोहितों के अधिकारों को सुरक्षित रखेगी.