नगरकुरनूल: तेलंगाना के नगरकुरनूल जिले में निर्माणाधीन एसएलबीसी सुंरग का हिस्सा धंसने से उसमें फंसे इंजीनियरों और मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए युद्धस्तर पर बचाव अभियान जारी है. भारतीय सेना, नौसेना, एनडीआरएफ और अन्य सुरंग विशेषज्ञ बचाव अभियान में जुटे हैं. एसएलबीसी सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद पिछले 30 घंटों से आठ लोगों अंदर फंसे हैं.
सेना के चिकित्सा अधिकारी सूर्य किरण ने मीडिया को बताया कि सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल तीन टीमें हैं जो फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए तैयार हैं. पहली टीम अभी गई है. उनके लौटने पर हमें स्थिति का पता चलेगा. हम सभी उपकरणों और दवाओं के साथ तैयार हैं."
#WATCH | Nagarkurnool, Telangana | Central and state medical teams deployed for emergency treatment during the ongoing rescue operation inside the Srisailam Left Bank Canal (SLBC) tunnel. pic.twitter.com/gRmnvXK1Vq
— ANI (@ANI) February 23, 2025
बचाव दल फंसे हुए लोगों के करीब पहुंचा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बचाव दल सुरंग के काफी अंदर पहुंच गए हैं. सूत्रों ने बताया कि घटनास्थल के पास पहुंची टीम ने फंसे हुए लोगों के नाम पुकारे, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला. अधिकारियों ने बताया कि बचावकर्मी सुरंग के अंदर 13 किलोमीटर तक पहुंच गए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, "बचावकर्मियों को लोहे, कीचड़ और सीमेंट के ब्लॉक से भरा मलबा हटाना पड़ा रहा है. बचाव दल 13 किलोमीटर तक पहुंचने में सफल रहे. वे उस स्थान पर स्थिति का आकलन कर रहे हैं, जहां शनिवार को आखिरी बार सुरंग खोदने वाली मशीन रखी गई थी."
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को कहा कि बचाव दल लगभग अंतिम बिंदु (मशीन तक) पहुंच चुका है. हम स्थिति का आकलन कर रहे हैं.
सुरंग के अंदर फंसे आठ लोगों में से छह 'जयप्रकाश एसोसिएट्स' के कर्मी हैं, जिनमें दो इंजीनियर और चार मजदूर हैं. वहीं दो ऑपरेटर अमेरिकी कंपनी के कर्मचारी हैं.

आज शाम तक लोगों को बचा लिया जाएगा: मंत्री
तेलंगाना के मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी घटनास्थल पर बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं. रविवार को रेड्डी ने उम्मीद जताई कि फंसे हुए लोगों को आज शाम तक बचा लिया जाएगा.
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैं हर मिनट निगरानी कर रहा हूं. तेलंगाना सरकार भारतीय सेना, नौसेना, एनडीआरएफ और देश के सभी अन्य सुरंग विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि लोगों को बचाया जा सके."
उन्होंने आगे कहा कि जब सुरंग का हिस्सा ढहा, तब लगभग 70 लोग सुरंग में काम कर रहे थे और उनमें से अधिकांश बचकर अपनी आंतरिक ट्रेन या लोकोमोटिव से बाहर आ गए. लेकिन कल से आठ लोग अंदर फंसे हैं. रेड्डी ने कहा, "हम उम्मीद और प्रार्थना कर रहे हैं कि वे सुरक्षित हैं और हम उम्मीद कर रहे हैं कि हम उन्हें आज शाम तक बरामद कर लें, उन्हें वापस ला सकें और बचा सकें."
उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि एसएलबीसी परियोजना को 35 साल पहले मंजूरी दी गई थी और लगभग 30 साल पहले काम शुरू हुआ था. उन्होंने कहा कि 44 किलोमीटर में से लगभग 9 किलोमीटर पर काम किया जाना बाकी है.
यह भी पढ़ें- श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल हादसा, टनल में कीचड़ से रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा, 14 KM अंदर फंसे 8 लोग