उत्तरकाशीः यमुनोत्री हाईवे इस बार जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों समेत यात्रियों के लिए नासूर बना हुआ है. सूबे में मॉनसून विदा ले चुका है, इसके बावजूद यमुनोत्री हाईवे पर लगातार भूस्खलन जारी है. जो कभी भी किसी भी बड़े हादसे को न्यौता दे सकता है. क्योंकि, बिना बरसात के अचानक हो रहा भूस्खलन कभी पहाड़ी से मौत के रूप में आ सकता है. जहां अभी यमुनोत्री का पैदल मार्ग नहीं खुल पाया है तो वहीं, पालीगाड़ और कुथनौर के बीच हाईवे मलबा आने के कारण बंद हो गया.
बुधवार दोपहर बाद यमुनोत्री हाईवे पर कुथनौर और पालीगाड़ के बीच में पहाड़ी से भूस्खलन होने के कारण बंद हो गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भूस्खलन होने से वाहन मलबे की चपेट में आने से बाल-बाल बचे. हाईवे बंद होने की सूचना पर मौके पर पहुंची, मशीनरी हाईवे खोलने का प्रयास कर रही है तो वहीं, मार्ग बंद होने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई है. जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि जब हाईवे लगातार बंद हो रहा है तो हाईवे खोलने के लिए बड़ी मशीनरी का प्रयोग किया जाना चाहिए, लेकिन एक छोटी जेसीबी के सहारे ही हाईवे की व्यवस्थाएं चल रही है. क्योंकि, कुछ दिन पहले भी छटांगाधार के पास भूस्खलन होने के कारण भी यमुनोत्री हाईवे 5 दिन तक बंद रहा था.